Jharkhand news: आखिरकार 21 महीने बाद रामगढ़ जिला अंतर्गत गोला, दुलमी और चितरपुर प्रखंड क्षेत्र के किसानों का धैर्य टूट गया है. जिस कारण क्षेत्र के किसान पारंपरिक रूप से गोला के बनतारा में बनाये गये डेली मार्केट में ही सब्जी बेचना शुरू कर दिया है. कोरोनाकाल में प्रशासन द्वारा यहां के डेली मार्केट को बंद करा दिया गया था. इस मार्केट को तिरला में लगाया जा रहा था. इससे पहले किसान हाई स्कूल डभातू के समीप बाजार लगाया जा रहा था. जिस कारण जहां-तहां बाजार लगने से किसान काफी परेशान थे.
फिलहाल, तिरला स्थित वन भूमि पर बाजार लग रहा था. लेकिन, पिछले दिन वन विभाग द्वारा यहां से बाजार हटाने का आदेश दिया गया था. जिससे किसानों के समक्ष सब्जी बेचने को लेकर ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. इसके बाद प्रशासन द्वारा तिरला स्थित वन भूमि के कुछ दूरी पर मार्केट लगाने का आदेश दिया गया.
लेकिन, किसानों की परेशानी दूर नहीं हो रही थी. जिस कारण क्षेत्र के किसानों ने पिछले दिनों शिवालय मंदिर के प्रांगण में बैठक की और गोला के बनतारा डेली मार्केट में ही सब्जी बेचने का निर्णय लिया. किसानों का कहना था कि जहां-तहां बाजार लगने से हमलोगों को काफी परेशानी हो रही है. व्यापारियों के नहीं पहुंचने से सब्जियों के उचित दाम भी नहीं मिल पा रहा था. जिससे लोगों को भारी नुकसान हो रहा था.
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बता दें कि गोला डेली मार्केट कई एकड़ भूमि में अवस्थित है. लेकिन, अतिक्रमण के कारण बाजार संकुचित हो गया है. प्रशासन की लापरवाही से धीरे-धीरे अतिक्रमण और बढ़ रहा है. जिस कारण गोला डेली मार्केट का अस्तित्व खतरे में है. जबकि पिछले कई दशकों से यहां डेली मार्केट लगते आ रहा है. लेकिन, इधर कुछ वर्षों में यहां किसानों की परेशानी बढ़ गयी है. लोगों का कहना है कि अगर यहां अतिक्रमण हटेगा, तो बाजार के लिए पर्याप्त जगह मिलेगा.
किसानों का कहना है कि यहां अतिक्रमण के अलावे अव्यवस्थित ढंग से बाजार लगाया जाता है. जहां-तहां बैठकर लोग सामान बेचते हैं. अगर व्यवस्थित ढंग से बाजार लगेगा, तो किसानों को काफी जगह मिल पायेगा. इस संदर्भ में गोला सीओ अनिल कुमार ने कहा कि गोला के बनतारा में डेली मार्केट लगाने का आदेश नहीं दिया गया है. जो भी व्यक्ति यहां बाजार लगा रहे हैं, कुछ होने पर जवाबदेही उनकी होगी.
रिपोर्ट: सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़.