कोलकाता/नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार (24 दिसंबर) को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला में बोलपुर के शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे. इस समारोह में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ बोलपुर जायेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने यह जानकारी दी है. पीएमओ के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस समारोह के दौरान उपस्थित रहेंगे.
कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा वर्ष 1921 में स्थापित विश्व भारती, देश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर पश्चिम बंगाल की प्रमुख हस्तियों में गिने जाते हैं. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसलिए इस कार्यक्रम का महत्व और बढ़ जाता है.
पीएमओ ने कहा है कि वर्ष 1951 में विश्व भारती को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया था और उसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में शुमार किया गया था. प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होते हैं. इससे पहले, अमित शाह की शांतिनिकेतन यात्रा के दौरान तृणमूल कांग्रेस ने उन पर हमला बोला था.
तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया था कि वह कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान कर रही है और इसे बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी. ज्ञात हो कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया था.
एएमयू के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि विकास को ‘राजनीतिक चश्मे’ से नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि राजनीति इंतजार कर सकती है, लेकिन विकास इंतजार नहीं कर सकता. बिना किसी का नाम लिये विपक्षी दलों पर पीएम ने निशाना साधा और कहा कि मतभेदों के नाम पर बहुत समय गंवाया जा चुका है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है. उन्होंने कहा कि समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए.
Posted By : Mithilesh Jha