सीएपीएफ के बाद, अब SSC MTS, CHSL की परीक्षा क्षेत्रीय भाषाओं में होगी आयोजित, देखें अपडेट
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने मंगलवार को हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कर्मचारी चयन आयोग मल्टीटास्किंग (Non-Technical) स्टाफ (SSC-MTS) और संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर की परीक्षा (SSC-CHSL) आयोजित करने की मंजूरी दे दी.
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने मंगलवार को हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में कर्मचारी चयन आयोग मल्टीटास्किंग (Non-Technical) स्टाफ (SSC-MTS) और संयुक्त उच्चतर माध्यमिक स्तर की परीक्षा (SSC-CHSL) आयोजित करने की मंजूरी दे दी. अब, इन परीक्षाओं के प्रश्न पत्र असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी (मीती भी), कोंकणी, हिंदी और अंग्रेजी में तैयार किए जाएंगे.
प्रेस कांफ्रेंस में हुई घोषणा
कार्मिक मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा कि इससे लाखों उम्मीदवारों की चयन संभावनाओं में सुधार होगा. गृह मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं में सीएपीएफ कांस्टेबल जीडी परीक्षा आयोजित करने के निर्णय के कुछ दिनों बाद यह घोषणा की गई है. कार्मिक मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं में एसएससी परीक्षा आयोजित करने का निर्णय विभिन्न राज्यों द्वारा अभ्यावेदन के बाद लिया गया था.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने उठाया ये मुद्दा
केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि इन भर्ती परीक्षाओं में संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को अंततः शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, जिन्होंने पहले क्षेत्रीय भाषाओं में भर्ती परीक्षा आयोजित करने का मुद्दा उठाया था, उन्होंने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि इसे केंद्र सरकार द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं में लागू किया जाना चाहिए.