बंगाल प्रवास पर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, युवाओं को आरएसएस से जोड़ने का निर्देश
कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : कोरोना महामारी को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं की गतिविधियां सिमट गयी थीं. इस दौरान खुले मैदानों व आउटडोर की जगह इंडोर शाखाएं लग रही थीं, लेकिन अनलॉक इंडिया में अब संघ की शाखाओं को पहले की तरह लगाने का निर्देश दिया गया है. दुर्गा पूजा के बाद शाखाएं पूर्व की तरह लगने लगेंगी और जनवरी तक इसके सामान्य होने की संभावना है. आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत बंगाल प्रवास पर हैं. कोलकाता में हुई बैठक में आरएसएस से युवाओं को जोड़ने का निर्देश दिया गया है.
कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : कोरोना महामारी को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं की गतिविधियां सिमट गयी थीं. इस दौरान खुले मैदानों व आउटडोर की जगह इंडोर शाखाएं लग रही थीं, लेकिन अनलॉक इंडिया में अब संघ की शाखाओं को पहले की तरह लगाने का निर्देश दिया गया है. दुर्गा पूजा के बाद शाखाएं पूर्व की तरह लगने लगेंगी और जनवरी तक इसके सामान्य होने की संभावना है. आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत बंगाल प्रवास पर हैं. कोलकाता में हुई बैठक में आरएसएस से युवाओं को जोड़ने का निर्देश दिया गया है.
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बंगाल प्रवास के पहले दिन बुधवार को संघ के राज्य मुख्यालय केशव भवन में प्रांत पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में संगठन के दायित्व प्राप्त पदाधिकारी उपस्थित थे. आज संगठन की गतिविधियों से जुड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक है. वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से संघ प्रमुख ने छोटे-छोटे समूह में बैठकें की हैं.
बुधवार को कोरोना के समय संगठन ने किस तरह कार्य किया. किस तरह से महामारी व अम्फान के दौरान सेवाएं की गयीं. इसकी समीक्षा की गयी और अब अनलॉक इंडिया के दौरान किस तरह से सेवा कार्य में गति लायी जाये. इस पर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही पुरानी स्थिति में लौटने में कितना समय लगेगा. इस बारे में भी जानकारी ली गयी. कोरोना व अम्फान आपदा के दौरान प्रशासन की ओर से किस तरह से सहयोग किया गया. इसकी भी समीक्षा की गयी.
वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि समाज ने संघ के सेवा कार्य में सहयोग किया है. समाज के आगे आने के बाद कुछ जगहों पर प्रशासन की ओर से भी सहयोग किया गया. चर्चा के दौरान दौरान संघ के सेवा कार्यों की समीक्षा के अलावा स्वदेशी, आत्मनिर्भरता, शिक्षा व्यवस्था व देश पुनर्निर्माण, जल और वृक्ष संरक्षण, जैविक खेती, पशु संरक्षण, प्लास्टिक-मुक्ति जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई. संघ प्रमुख ने पदाधिकारियों को इन क्षेत्रों में सेवा कार्य बढ़ाने व युवाओं को जोड़ने का निर्देश दिया.
Posted By : Guru Swarup Mishra