गोरखपुर : जोन के 16162 लोगों ने शस्त्र लाइसेंस बनवाने के बाद जिला छोड़ दिया है. चुनाव आयोग ने इस संबंध में सभी जिले के पुलिस कप्तानों से जानकारी मांगी थी.जिसके बाद लाइसेंस धारकों का सत्यापन करने के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली है. जोन में सबसे अधिक 7955 गोरखपुर के रहने वाले लाइसेंस धारक हैं. जिन्होंने जिला छोड़ दिया है.दूसरे स्थान पर देवरिया जनपद है.चुनाव आयोग ने वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान शस्त्र लाइसेंस धारकों के विरुद्ध दर्ज हुए मुकदमे और उसमें हुई कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी थी. इसको लेकर जिले में तैनाती के दौरान लाइसेंस बनवाने वाली अधिकारी, कर्मचारी के साथ ही व्यापार के सिलसिले में बाहर जाने वाले व्यापारियों के बारे में भी जानकारी मांगी गई थी.पुलिस द्वारा सत्यापन में यह जानकारी मिली थी कि गोरखपुर जनपद में शास्त्र लाइसेंस बनवाने वाले 21624 लोगों में 7955 थाने के रजिस्टर में दर्ज पता पर नहीं है.जिले में तैनाती के दौरान इनका शस्त्र लाइसेंस बना था. लेकिन अब यह लोग यहां नहीं रहते हैं.दूसरे स्थान पर देवरिया जनपद है जहां यह संख्या 3417 है. वही इस मामले में एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर शस्त्र लाइसेंस धारकों का सत्यापन कराया गया है. रिपोर्ट भेज दी गई है.जिनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज है.उनका शास्त्र लाइसेंस निरस्त कराया जाएगा.जोन के 11 जिलों में 46 लाइसेंस धारकों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने लाइसेंस निरस्त कराया है.इन लोगों के लाइसेंस को थाना या गन हाउस में जमा कर दिया गया है.सबसे ज्यादा कार्रवाई गोरखपुर जिले में हुई है.यहां 15 लोगों का शास्त्र लाइसेंस निरस्त हुआ है.
जिला लाइसेंस धारक जिले से बाहर जाने वाले लाइसेंसधारी की संख्या
गोरखपुर 21624 7955
देवरिया 13337 3417
महाराजगंज 3515 405
कुशीनगर 5368 543
बस्ती 7429 492
सिद्धार्थनगर 4356 467
संत कबीर नगर 4201 508
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप