पूर्वी टुंडी : तीन फरवरी को पूर्वी टुंडी में राहुल गांधी का आगमन हो रहा है. राष्ट्रीय स्तर के इतने बड़े नेता का आगमन पहली बार पूर्वी टुंडी में हो रहा है. हालांकि लगभग 25 साल पहले एक चुनावी सभा में शंकरडीह में बसपा प्रमुख कांशीराम आये थे. उस समय पूर्वी टुंडी प्रखंड अलग नहीं हुआ था. शंकरडीह टुंडी प्रखंड में आता था. बसपा संस्थापक कांशीराम के बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ऐसे दूसरे राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं, जिनका पूर्वी टुंडी में आगमन होने जा रहा है. श्री गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा धनबाद प्रवेश करने व तीन फरवरी को पूर्वी टुंडी के हलकट्टा (पगला मोड़) में रात्रि विश्राम कार्यक्रम से धनबाद के तमाम छोटे-बड़े कांग्रेसी नेताओं के साथ साथ टुंडी -पूर्वी टुंडी के कांग्रेसी नेताओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है. अपने राष्ट्रीय नेता के अपने क्षेत्र में इस तरह के रात्रि विश्राम कार्यक्रम से यहां के दबे छिपे कांग्रेसी नेताओं में भी ऊर्जा का संचार दिख रहा है. सर्दी के इस मौसम में पूर्वी टुंडी का माहौल गरम है. एक ओर जहां धनबाद जिला कांग्रेस पार्टी का ध्यान कार्यक्रम की सफलता पर केंद्रित है, वहीं जिला प्रशासन भी अपनी ओर से चाक-चौबंद सुरक्षा मुहैया कराने पर काम कर रहा है. सनद रहे कि कांशीराम 19 अगस्त 1999 को टुंडी विधानसभा में अपनी पार्टी के बसपा प्रत्याशी काजल दत्ता (पिपराटांड़ निवासी) के लिए चुनाव प्रचार करने हेलीकॉप्टर से शंकरडीह में उतरे थे और चुनावी सभा की थी.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की चार फरवरी को होनेवाली न्याय यात्रा कार्यक्रम की सफलता को लेकर केंदुआ-करकेंद नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जय प्रकाश चौहान व उपाध्यक्ष अन्नू पासवान की अध्यक्षता में शुक्रवार को गोधर में बैठक हुई. इसमें केंदुआ-करकेंद नगर के विभिन्न इलाकों से आये कांग्रेसियों के साथ न्याय यात्रा को सफल बनाने पर चर्चा की गयी. दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं से भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़कर उनका स्वागत करने की अपील की. बैठक में नगर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के अलावा मो. शमशेर, राजू दास, विजय कुमार, तुलसी कुमार, सूरज पासवान, गुड़िया देवी, मंजू देवी, रीना देवी, श्वेता देवी, सविता देवी, मो. जावेद, मो. असलम, गुड्डू अंसारी, शबनम खातून, दीपक कुमार व राजा कुमार आदि थे.
Also Read: धनबाद : राहुल गांधी के आगमन पर गोविंदपुर मोड़ से मटकुरिया तक रहेगी नो इंट्री