कानपुर. यूपी के कानपुर देहात में डीएम कार्यालय में 77 वर्षीय बुजुर्ग महिला गुहार लगाने के लिए आवेदन लेकर पहुंची.जिलाधिकारी ने उनका आवेदन पढ़ा तो वह भावुक हो गईं. कुर्सी को छोड़कर बुजुर्ग फरियादी को गले लगा लिया. वहां मौजूद अफसरों को निर्देश दिया कि वह अम्मा की समस्या का जल्दी से जल्दी समाधान कराएं. बुजुर्ग महिला 1 साल से तहसीलदार कार्यालय के चक्कर लगा रही थीं लेकिन,उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी. न्याय की उम्मीद लेकर वे गुरुवार को चिट्ठी लेकर डीएम कार्यालय पहुंच गईं थी.
बता दें कि भोगनीपुर तहसील के मलासा ब्लॉक के धौकलपुर गांव में रहने वाली 77 वर्षीय कुसुम सिंह 1 साल से तहसील और लेखपाल के चक्कर लगा रही थीं, लेकिन लेखपाल उनका काम नहीं कर रहा था. इसके बाद कुसुम सिंह अपने घर से करीब 17 किलोमीटर दूर डीएम कार्यालय पहुंच गईं.और बुजुर्ग कुसुम सिंह ने डीएम नेहा जैन से मुलाकात की.आवेदन पत्र देते हुए अपनी पीड़ा सुनाई. बुजुर्ग महिला का प्रार्थना पत्र पढ़कर डीएम नेहा जैन भावुक हो गईं. वो अपनी कुर्सी से उठीं और वृद्धा को गले लगाकर आश्वासन देने लगीं कि उनकी समस्या दूर कर दी जाएगी.
अम्मा (बुजुर्ग महिला ) ने अपने आवेदन की शुरुआत में लिखा मेरी प्रिय डीएम बिटिया को मेरा बहुत-बहुत प्यार एवं आशीर्वाद, ढेर सारी शुभकामनाएं. सविनय निवेदन है कि कुसुम सिंह पत्नी स्व. छविनाथ सिंह ग्राम धोकरपुर तहसील भोगनीपुर कानपुर देहात की निवासिनी हूं. मेरे पति की कैंसर की वजह से मौत हो गई थी. मेरी 6, 7 बीघा जमीन थी, जो लड़के के नाम हो गई.बुजुर्ग ने आगे लिखा प्रिय बिटिया इस समय मेरी उम्र 77 साल की है. लड़का बहू खाना देना नहीं चाहते हैं. इसी बीच मुझे पता चला कि मेरे पति की कुछ जमीन गिर गिर्दो गांव में है. मैं पिछले साल भोगनीपुर तहसील गई, वहां पता लगाया कि गिर्दो का लेखपाल कौन है. पता लगा कि हरीराम हैं. मैंने उनसे कहा कि मेरे पति की जमीन मेरे नाम कर दो. 1 साल से चक्कर लगा रही हूं.
आवेदन के अंत में अम्मा (बुजुर्ग महिला ) ने लिखा मेरी अच्छी सी बिटिया आप से मेरा अनुरोध है कि आप मेरी मदद करें, ताकि मेरा काम हो जाए तो मोदी की योजना का लाभ मिल जाए. मुझे कुछ सहायता मिल जाए. मैं आपके बारे में सुन चुकी हूं कि आप बुजुर्ग व बेघरों की बहुत मदद करती हैं. मदद के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. शुभकामनाओं सहित आपकी दादी अम्मा कुसुम सिंह.वही डीएम नेहा जैन ने तत्काल एसडीएम भोगनीपुर को फोन कर निर्देश दिए कि अम्मा का काम तुरंत किया जाए.
रिपोर्ट: आयुष तिवारी