स्मृति शेष : रिटायरमेंट के बाद मरीजों की मुफ्त सेवा करते थे विदेश राम, खून देकर बचाई थीं कई जिंदगियां

दिवंगत विदेश राम सीसीएल की केदला भूगर्भ परियोजना की डिस्पेंसरी में ड्रेसर के पद पर कार्यरत थे. अस्पताल में कार्य के दौरान लोगों से अच्छा व्यवहार करते थे. यही वजह है कि वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2022 5:10 PM

Jharkhand News: जब कोई व्यक्ति समाज में नि:स्वार्थ भाव से काम करता है, तो वह लोगों का प्रिय बन जाता है. उस व्यक्ति का आकस्मिक निधन लोगों को झकझोर देता है. ऐसे ही समाजसेवी थे झारखंड के रामगढ़ जिले के केदला में सीसीएल के पूर्व ड्रेसर विदेश राम. इन्होंने केदला कोयलांचल के लोगों के दिलों पर लंबे समय तक राज किया. रिटायरमेंट के बाद भी ये मरीजों की सेवा करते थे. खून देकर इन्होंने कई लोगों की जिंदगी बचायी. 9 दिसंबर 2022 को इन्होंने आखिरी सांस ली. दिल का दौरा पड़ने से इनकी मौत हो गयी.

रिटायरमेंट के बाद भी मरीजों की करते थे मुफ्त सेवा

दिवंगत विदेश राम सीसीएल की केदला भूगर्भ परियोजना की डिस्पेंसरी में ड्रेसर के पद पर कार्यरत थे. अस्पताल में कार्य के दौरान लोगों से अच्छा व्यवहार करते थे. यही वजह है कि वे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. वे समाज सेवा में भी काफी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे. इन्होंने न सिर्फ मरीजों की सेवा की, बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी लोगों के बीच सक्रिय रहे और मरीजों का मुफ्त इलाज किया. इतना ही नहीं, इन्होंने खून देकर कई लोगों की जिंदगी बचायी.

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दो साल पहले हुए थे सेवानिवृत

दो साल पहले वह रिटायर हुए. इसके बाद भी लोगों का जख्म ठीक किया करते थे. वे प्रतिदिन दो से तीन घंटा मरीजों की सेवा करते थे. मरीज से कोई फीस भी नहीं लेते थे. उनकी सोच थी कि कोयलांच में कई ऐसे गरीब परिवार हैं, जिन्हें मदद की खास जरूरत है. वैसे लोगों की मदद कर उन्हें जो सुकून मिला है, वह कोई काम में नहीं है. विदेश राम ने करीब 70 से 80 मरीजों को ब्लड डोनेट किया है और जान बचायी है. इनके निधन से शोक की लहर है. दिवंगत विदेश राम के दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं. वह अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये.

रिपोर्ट : वकील चौहान, केदला, रामगढ़

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