झारखंड के खूंटी में पत्थरबाजी मामले में प्रशासन की सख्ती के बाद स्थिति नियंत्रित, शहर को 5 जोन में बांटा
Jharkhand news: दो समुदाय के बीच झड़प के बाद खूंटी शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया था, लेकिन पुलिस प्रशासन की सख्ती और लगातार मॉनिटरिंग से स्थिति नियंत्रित हो गयी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से शहर को 5 जोन में बांटा गया है. वहीं, ड्रोन कैमरे से निगरानी भी रखी जा रही है.
Jharkhand news: खूंटी शहर में दो समुदाय के बीच झड़प के बाद तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी काफी बढ़ गयी है. डीसी ने स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से शहर को 5 जोन में बांटा है. प्रत्येक जोन में एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है. वहीं, हर मजिस्ट्रेट के साथ 20-20 सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. इन मजिस्ट्रेट को ड्रोन कैमरा देते हुए क्षेत्र को ड्रोन सर्विलांस पर रखा गया है. साथ ही पूरे क्षेत्र की निगरानी रखी जा रही है.
क्या है मामला
धार्मिक जुलूस निकाले जाने को लेकर बुधवार की सुबह दो समुदाय के बीच झड़प होने के बाद शहर में तनावपूर्ण माहौल बन गया. झड़प के दौरान दो समुदायों के बीच जमकर ईंट-पत्थर चले. झड़प में एक युवक घायल भी हो गया. उसका इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा था. घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर रात मंगलवारी जुलूस के दौरान हुए पत्थरबाजी के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बुधवार को बंद बुलाया गया था. बुधवार की सुबह कई लोग बंद कराने के लिए निकले. इस दौरान बंद समर्थक भट्टी रोड में भी जाने लगे. इसी क्रम में दोनों समुदाय के बीच ईंट-पत्थर चलने लगा.
प्रशासन की सख्ती पर शहर की स्थिति नियंत्रित
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी आशुतोष शेखर, एसडीओ सैयद रियाज अहमद, एसडीपीओ अमित कुमार सहित पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. प्रशासन द्वारा सख्ती दिखाते हुए दोनों पक्षों को मौके से खदेड़ा गया. इसके बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. प्रशासन ने लोगों को एक जगह भीड़ लगाने से मना कर दिया. प्रशासन की सख्ती के बाद शहर की स्थिति नियंत्रित हुई. घटना की गंभीरता को देखते हुए शहर में RAF के अतिरिक्त जवानों की भी तैनाती की गयी है. घटना के बाद डीसी शशि रंजन, डीडीसी नीतीश कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने भी क्षेत्र का मुआयना किया. वहीं, आईजी पंकज कंबोज भी खूंटी पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों के साथ काफी देर तक बैठक कर स्थिति की जानकारी ली और शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिशा-निर्देश दिया.