Jharkhand News, कोडरमा न्यूज : झारखंड के कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र अंतर्गत समलडीह पंचायत के गांगडीह में दस वर्षीय बच्चे की मौत के बाद शनिवार को जमकर बवाल हुआ. राजकुमार राजवंशी के पुत्र गुंजन कुमार की मौत की वजह डायन बिसाही को मानते हुए एक बुजुर्ग महिला को बंधक बना लिया. महिला पर बच्चे को जिंदा करने का दबाव डाला जाने लगा. डायन बिसाही के आरोप में महिला को बंधक बनाए जाने की सूचना पर सुबह करीब नौ बजे पहुंची पुलिस को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. पुलिस लोगों के चंगुल से डायन बिसाही की आरोपी महिला को छुड़ा कर ले जाने लगी तो लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया. हालांकि, पुलिस सुझबूझ दिखाते हुए महिला को किसी तरह थाना ले आने में सफल रही.
हालांकि, इसके बाद भी आक्रोशित लोग शांत नहीं हुए. गांव से भारी संख्या में महिला पुरुष सतगावां थाना पहुंचे और गेट का घेराव कर पथराव शुरू कर दिया. लोग महिला को गांव के हवाले करने की मांग कर रहे थे. लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पुलिस पदाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. जानकारी के अनुसार गांगडीह निवासी राजकुमार राजवंशी (पिता जानकी राजवंशी) के दस वर्षीय पुत्र गुंजन कुमार की शुक्रवार देर शाम मौत हो गई. वह कई दिनों से बीमार था. बच्चे की मौत की वजह स्थानीय बुजुर्ग महिला के डायन बिसाही को मानते हुए उसे जिंदा करने का दबाव बनाने लगे.
परिजन व ग्रामीण झाड़फूंक कर ठीक करने का दबाव बनाने लगे तो इसी बीच जानकारी पुलिस को मिली. सूचना पर शनिवार सुबह पुलिस गांव पहुंची और महिला को अपने कब्जे में लेकर जाने का प्रयास करने लगी. इसी बीच पथराव शुरू हो गया. आरोप है कि इस बवाल के दौरान मृतक बच्चे के पिता राजकुमार राजवंशी 30 वर्ष, मां शोभा देवी 28 वर्ष, भाई मंतोष कुमार 12 वर्ष व अन्य के साथ पुलिस ने मारपीट की. इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए. पुलिस जब महिला को लेकर थाना पहुंची तो पीछे से भारी संख्या में ग्रामीण सतगावां थाना के पास जमा हो गए. सभी ने थाना का घेराव करते हुए बासोडीह-नवादा पथ को जाम कर दिया. आगजनी भी की गई. ग्रामीण महिला को सौंपने की मांग पर अड़े थे.
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मामला बढ़ता देख स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत शुरू की. इस दौरान इंस्पेक्टर निरंजन उरांव, थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने पुलिस के द्वारा ग्रामीणों पर कोई मुकदमा नहीं करने की बात कही. साथ ही पुलिस ने घायलों का इलाज कराया. वहीं सभी की मौजूदगी में आरोपी महिला ने खुद ही गांव में अब नहीं रहने की हामी भरी. इसके बाद लोग शांत हुए. मौके पर प्रमुख प्रतिनिधि सह सांसद प्रतिनिधि बिनोद यादव, समलडीह मुखिया प्रतिनिधि शंकर यादव, बासोडीह मुखिया प्रतिनिधि शंकर यादव, खुट्टा मुखिया मथुरा यादव, माधोपुर मुखिया सुनील सिंह आदि उपस्थित थे. इससे पहले मामला शांत कराने के लिए ढाब थाना प्रभारी आनंद कुमार के अलावा पुलिस व सीआरपीएफ के जवान भारी संख्या में मौजूद थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra