भारत के नंबर वन शटलर लक्ष्य सेन, उनके कोच और परिवार के खिलाफ उम्र धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का केस दर्ज
भारत के नंबर वन शटलर और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित लक्ष्य सेन पर उम्र धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया गया है. शिकायत में उनके कोच और परिवार के सदस्यों का भी नाम है. लक्ष्य पर बेंगलुरु में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है और इसकी जांच की मांग की गयी है.
भारत के नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी 21 साल के लक्ष्य सेन, उनके परिवार और पूर्व राष्ट्रीय कोच विमल कुमार पर उम्र संबंधी धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया गया है. एम गोविअप्पा नागराजा द्वारा बेंगलुरु में गुरुवार को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि राष्ट्रमंडल खेलों के मौजूदा चैंपियन ने अपने भाई चिराग सेन के साथ 2010 से आयु वर्ग के टूर्नामेंट खेलने के लिए अपनी उम्र में हेराफेरी की थी. इस शिकायत की एक प्रति ‘पीटीआई-भाषा’ के पास भी है.
शिकायत में माता-पिता का भी नाम
इसमें लक्ष्य सेन के पिता धीरेंद्र (भारतीय खेल प्राधिकरण में कोच के तौर पर कार्यरत) मां निर्मला और विमल का भी नाम है. विमल पिछले 10 से अधिक वर्षों से लक्ष्य और चिराग को कोचिंग दे रहे हैं. उन पर भारतीय दंड संहिता के तहत धोखाधड़ी (धारा 420), जालसाजी (468), जाली दस्तावेज को वास्तविक के रूप में उपयोग करने (471) और सामान्य इरादे के कई व्यक्तियों द्वारा किये गये कार्यों (34) के आरोप लगाये गये हैं.
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अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हैं लक्ष्य सेन
उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले सेन बंधु बेंगलुरु में प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में विमल से प्रशिक्षण लेते हैं, जबकि शिकायतकर्ता इसी महानगर में एक और अकादमी चलाता है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि विमल ने 2010 में जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए लक्ष्य के माता-पिता के साथ सांठगांठ की. उनके खिलाफ अगर ये आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो हाल ही में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित इस खिलाड़ी को अपने कई रिकॉर्ड को छोड़ना पड़ सकता है.
कोच विमल ने आरोपों को किया खारिज
विमल ने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए पीटीआई से कहा कि यह बहुत कष्टदायक है. यह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का तरीका है. लक्ष्य ने अच्छा प्रदर्शन किया है और ब्रेक के बाद फिर से अभ्यास शुरू कर दिया है. यह उसके लिए मानसिक रूप से बहुत परेशान करने वाला है. विश्व रैंकिंग में फिलहाल छठे स्थान पर काबिज लक्ष्य को बुधवार को राष्ट्रपति भवन में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्होंने 2021 में हमवतन किदांबी श्रीकांत से हारने के बाद विश्व चैंपियनशिप का कांस्य जीता.
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एक शानदार खिलाड़ी हैं लक्ष्य सेन
लक्ष्य इस साल ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में उपविजेता भी रहे और उन्होंने साल की शुरुआत में भारत की ऐतिहासिक थॉमस कप जीत में अहम भूमिका निभायी. प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी के मुख्य कोच विमल ने एक बयान में आगे कहा कि आरोप ‘निराधार, तुच्छ और दुर्भावनापूर्ण इरादे से लगाये गये हैं. उन्होंने कहा कि बैडमिंटन जगत के सभी लोग जानते हैं कि देश में आयु सत्यापन के मामले में भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) का एकमात्र विशेषाधिकार और जिम्मेदारी है, जो भारत में खेल के संचालन के लिए एकमात्र शासी प्राधिकरण है.
चार साल कम उम्र बताने का लगा आरोप
शिकायत के मुताबिक लक्ष्य की उम्र 24 साल है. यह भारतीय बैडमिंटन संघ में दर्ज उनकी जन्मतिथि (16 अगस्त 2001) से वह तीन साल अधिक है. इसमें उनके बड़े भाई चिराग को कथित तौर पर 26 वर्ष का बताया जाता है. बीएआई के पहचान पत्र के मुताबिक उनकी उम्र 24 साल (22 जुलाई, 1998) है. शिकायत के अनुसार लक्ष्य ने आयु वर्ग के कई टूर्नामेंट में भाग लेकर कई बच्चों को गुणवत्तापूर्ण बैडमिंटन सुविधाओं और प्रायोजन से वंचित कर दिया. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उनके परिवार और कोच ने इस क्षेत्र में आने वाले कई प्रतिभाशाली शटलरों का भविष्य खराब कर दिया. इसमें पांचों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. इस मामले पर अभी लक्ष्य और उसके परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.