बरेली में लोन रिकवरी करने आये एजेंट को स्थानीय लोगों ने बंधक बनाकर पीटा, बाद में किया समझौता

बरेली में आज लोन की रिकवरी करने पहुंचे एजेंट को स्थानीय लोगों ने बंधक बनाकर जमकर पीटा. मारपीट के बाद दोनों पक्ष में समझौता भी हो गया है. पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ शांतिभंग करने के आरोप में चालान काटा है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 22, 2022 8:23 PM
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में लोन की रिकवरी करने पहुंचे एजेंट को स्थानीय लोगों ने बंधक बनाकर जमकर पीटा. बताया जा रहा है कि एजेंट अपनी पांच लोन की ईएमआई जमा न होने के कारण संबंधित व्यक्ति के घर पर पहुंचा था. पुलिस ने एजेंट की ओर से मामले दर्ज कर लिया है. हालांकि अब दोनों पक्ष में समझौता भी हो गया है. पुलिस ने एक आरोपी के खिलाफ शांतिभंग करने के आरोप में चालान काटा है.

जानकारी के अनुसार शहर के सुभाषनगर थाना क्षेत्र की बीडीए कॉलोनी निवासी आयुष सक्सेना ने बताया कि वह बजाज फाइनेंस कंपनी का एजेंट है. सुभाषनगर के रहने वाले ही संतोष ने उनकी कंपनी से पांच लोन ले रखे है. इसमें पर्सनल लोन समेत दो कंज्यूमर लोन और दो डीपीएफ लोन है. इस माह संतोष की ओर से लोन की लगभग 20 हजार रुपये की किस्त जमा नहीं की गई थी. इसके कारण वह कंपनी की ओर से मामले में बातचीत करने संतोष के घर गये थे.

आरोप है कि इस दौरान संतोष के भाई हरि सिंह और अमित समेत अन्य लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया. यहां पर उसके साथ मारपीट की. इसके बाद आयुष अपने लोगों के साथ सुभाषनगर थाने पहुंचे और मामले की शिकायत की. इसके बाद पुलिस ने अमित को हिरासत में लेने के बाद मुकदमा दर्ज कर दिया. आयुष की ओर से मुकदमा दर्ज होने के बाद ही दोनों पक्षो के बीच समझौता हो गया. इसके कारण पुलिस ने अमित का शांति भंग में चालान कर दिया.

दूसरे पक्ष के थाने पहुंचे लोग बोले, संतोष 14 से लापता

अमित को हिरासत में लेने के बाद उसकी ओर से वार्ड नं 4 के पार्षद डालचंद बाल्मिकी समेत अन्य लोग थाने पहुंच गये. जिन्होंने आयुष पर महिलाओं से छेड़छाड़ समेत जाती सूचक शब्द कहने के आरोप लगाते हुये तहरीर दी. जांच में आरोप निराधार पाये जाने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो समझौता कर लिया गया. उनका कहना था कि संतोष 14 जनवरी से लापता है. इसकी सूचना उन्होंने सुभाषनगर पुलिस को भी 15 जनवरी को दी थी.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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