बेटी के कहने पर कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेंद्र रावत ने बेटे की मदद से की दामाद सचिन की हत्या..

पुलिस ने आगरा के चर्चित बैंक मैनेजर सचिन उपाध्याय हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. सचिन उपाध्याय ने अपने भाई के नाम से पेट्रोल पंप के लिए आवेदन कर दिया था. इसी वजह से उनकी पत्नी प्रियंका ने पिता और भाई कृष्णा रावत की मदद से उसकी हत्या कर दी थी. पुलिस हत्या का खुलासा कर दिया है.

By Upcontributor | October 20, 2023 9:33 PM

आगरा. बैंक मैनेजर सचिन उपाध्याय ने अपने भाई के नाम से पेट्रोल पंप के लिए आवेदन किया था इसलिए पत्नी ने अपने पिता और भाई की मदद से उसकी हत्या करा दी. आगरा पुलिस ने 12 अक्टूबर को बैंक मैनेजर सचिन उपाध्याय की हत्या का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने बताया है कि सचिन उपाध्याय की हत्या उनकी पत्नी ससुर और साले ने मिलकर की थी. जिसमें पुलिस ने साले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हत्या के कारण के बारे में पुलिस ने बताया कि सचिन उपाध्याय ने पेट्रोल पंप के लिए अपने भाई के नाम से आवेदन कर दिया था. इसी वजह से सचिन की पत्नी प्रियंका उसके पिता विजेंद्र रावत और भाई कृष्णा रावत ने सचिन की हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने कृष्णा रावत को शुक्रवार को जेल भेज दिया.प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 अक्टूबर को बैंक मैनेजर सचिन उपाध्याय के आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी गई. वहीं सचिन के परिजनों के आरोप के आधार पर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने हत्या के एंगल में जांच करना शुरू कर दिया. जिसमें डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि सचिन उपाध्याय की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया. इसमें कलेक्ट्रेट बार संगठन के अध्यक्ष विजेंद्र रावत और उनके बेटे कृष्णा रावत व बेटी प्रियंका रावत को नामजद किया गया है. प्रियंका सचिन की पत्नी है विजेंद्र ससुर और कृष्णा साला है.


7 साल पहले हुई थी शादी

सचिन उपाध्याय शमशाबाद रोड स्थित राम रघु एग्जॉटिका में रहते थे. उनकी शादी 7 साल पहले बालूगंज के रहने वाले वकील विजेंद्र रावत की बेटी प्रियंका के साथ हुई थी. सचिन के पिता ने बताया कि प्रियंका शुरू से ही गांव में रहना पसंद नहीं कर रही थी. इसकी वजह से बेटे और बहू को आगरा में राम रघु एग्जॉटिका में एक मकान खरीद कर दे दिया. सचिन जब भी गांव में हमसे मिलने आता और यहां से वापस जब अपने घर जाता था तो प्रियंका उसके साथ लड़ाई करती थी. क्योंकि उसको सचिन का हम लोगों से मिलना जुलना पसंद नहीं था. कई बार प्रियंका को शहर में जाकर लड़ाई होने पर समझाया गया.

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सचिन के बदन को गर्म सरिया से दागा, डंडा से लहूलुहान किया

केशव देव शर्मा ने बताया कि मेरे बेटे सचिन ने कुछ दिन पहले पेट्रोल पंप आवंटन के लिए आवेदन किया था और यह आवेदन मेरे छोटे बेटे के नाम से किया था. जिसको लेकर प्रियंका उसके पिता और भाई नाराज हो गए और इस वजह से उन्होंने सचिन को घर में बंद कर दिया. और उसके साथ मारपीट की. सचिन ने यह पूरी बात गांव जाकर मुझे बताई. इसके बाद वह शाम को वापस आगरा आ गया. सचिन के आगरा आने पर प्रियंका ने अपने पिता और भाई को घर पर बुला लिया. इसके बाद तीनों ने एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर सचिन को बांधकर बुरी तरह मारा. इसके बाद उन लोगों ने गर्म सरिया से सचिन के बदन को दाग दिया और उसके संवेदनील अंगों पर भी डंडों से प्रहार किया. इससे सचिन खून से लथपथ हो गया और उसने वहीं दम तोड़ दिया.

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प्रियंका के भाई कृष्णा ने  किया था सचिन के पिता को फोन

घटना के बाद प्रियंका के भाई कृष्णा ने योजनाबद्ध तरीके से सचिन के पिता को फोन किया और बताया कि प्रियंका और सचिन की लड़ाई हो रही है. मैंने सचिन को सुला दिया है तो उन्होंने सचिन से बात करने के लिए कहा. इस पर कृष्णा ने सचिन के सोने का बहाना बना दिया और उसका मोबाइल बंद कर दिया. वहीं दूसरे दिन प्रियंका के पिता ने रिश्तेदारों के माध्यम से सचिन के घर वालों को सूचना भेजी कि सचिन की मौत हो गई है. ऐसे में सचिन के घर वाले घटनास्थल पर पहुंच गए. जहां पर सचिन की खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी और उसके शरीर पर मारपीट के निशान भी दिख रहे थे. इसके बाद सचिन के घर वालों ने पुलिस को घटना की सूचना दी और सचिन का पोस्टमार्टम करने के लिए कहा, इस पर प्रियंका के पिता और भाई झगड़ा करने लगे. काफी विरोध के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया.पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर सचिन की पत्नी प्रियंका उर्फ मोना, प्रियंका के पिता विजेंद्र रावत, भाई कृष्णा रावत और एक अन्य के खिलाफ थाना ताजगंज में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. और इस मामले में कृष्णा रावत को जेल भेज दिया गया है.

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