Agra Electricity From Garbage: आगरा में रोजाना लोगों के घर से निकलने वाले 750 मीट्रिक टन कूड़े से 15 मेगावाट बिजली बनाने के प्लांट का शिलान्यास वर्चुअल तरीके से किया गया. इस दौरान नगर निगम के नगर आयुक्त निखिल टीकाराम पुंडे भी मौजूद रहे. मेयर नवीन जैन को भी कार्यक्रम में आना था. लेकिन, कोरोना संक्रमित होने के कारण वो कार्यक्रम में नहीं आ सके. नगर आयुक्त ने बताया कि प्लांट का निर्माण 24 महीने में किया जाएगा. उसके बाद रोजाना 15 वाट बिजली का उत्पादन होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल तरीके से नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन के साथ आगरा में बनने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का शिलान्यास किया. इस दौरान निगम सदन में नगर आयुक्त निखिल टीकाराम, तमाम पार्षद और बीजेपी नेता मौजूद रहे. प्लांट का निर्माण करीब 24 महीने में होगा. जिसके बाद यहां रोजाना 750 मीट्रिक टन कूड़े से 15 किलो वाट बिजली का उत्पादन होगा. स्पार्क ब्रेशन कंपनी, जो इस प्लांट को बना रही है, वो इस बिजली को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन को बेचेगी. वहीं इस कार्यक्रम में आगरा के महापौर नवीन जैन को भी मौजूद रहना था, लेकिन उनके कोरोना संक्रमित होने के कारण वो अपने घर में आइसोलेट हो गए और कार्यक्रम में नहीं आ पाए.
नगर निगम और स्पार्क ब्रेशन कंपनी के अधिकारियों के अनुसार लैंड फिल साइट पर जमा कचरे को पहले एक वेल में डाला जाएगा, जहां कचरा जलेगा. जिससे बॉलर में रखा पानी गर्म होगा. पानी की भाप से टरबाइन चलेगी. टरबाइन घूमने से बिजली पैदा होगी. इस प्लांट में हर दिन करीब 3 एमएलडी पानी की जरुरत होगी. जिसके लिए नगर निगम और जल निगम ने मिलकर पीलाखार एसटीपी से लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है.
साल 2017 अक्टूबर में चेकोस्लोवाकिया की कंपनी स्पार्क ब्रेशन ने ता जनगरी में कूड़े से बिजली बनाने का प्रोजेक्ट पेश किया था. कंपनी ने आगरा के कुबेरपुर स्थित लैंडफिल साइट पर प्रोजेक्ट लगाने की बात कही थी और नगर निगम के साथ 175 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट साझा किया था. उन्होंने बताया था कि नगर निगम का इसमें एक भी रुपया खर्च नहीं होगा. कंपनी कूड़े से बिजली बनाकर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन को बेचेगी. वहीं, इस खास पावर प्लांट में हर दिन जिले से आने वाले 750 मीट्रिक टन कूड़े से 15 मेगा वाट बिजली बनेगी.
नगर आयुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि दिन में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का भूमि पूजन हुआ था. जिसके बाद शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल तरीके से इसका शिलान्यास किया है. उन्होंने बताया कि प्लांट बनने के बाद रोजाना कूड़े का कलेक्शन किया जाएगा. इसके बाद हम एक बायो सीएनजी प्लांट भी लेकर आ रहे हैं, जिससे सूखा और गीले कूड़े का पूर्ण रूप से निस्तारण किया जाएगा. 24 महीने में इस प्लांट का निर्माण होना है. अभी तक सभी विभागों की एनओसी मिल गई है. जल्द से जल्द इस पावर प्लांट का निर्माण पूरा होगा.
(रिपोर्ट:- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा)