Awesome Photo: कबाड़ से ‘सफाई नायकों’ को दिया यादगार तोहफा, आगरा नगर निगम का यूनिक प्रयोग
आगरा नगर निगम ने उत्तर प्रदेश में पहली बार सफाई नायकों सहित अन्य कर्मचारियों को सम्मान और उनके काम को सराहना दिलाने के लिए शहर के कबाड़ से स्टैच्यू यानी कि उनकी आकृति बनाई है. यह आकृतियां शहर के कई हिस्सों में लगाई जाएंगी. जिससे लोगों को कर्मचारियों के कार्य की अहमियत का एहसास होगा.
आगरा नगर निगम की इस कवायद के पीछे उद्देश्य है कि जिस स्वच्छ और सुंदर शहर में वह रहते हैं, उसमें इन सफाई नायकों व अन्य कर्मचारी का कितना योगदान है, इसकी जानकारी लोगों को हो सके. शहर के सफाई नायक अगर एक दिन अपना काम करना बंद कर दें तो पूरा शहर बदबू और गंदगी से बेहाल हो जाएगा. आगरा नगर निगम परिसर में इन आकृतियों को करीब 1 महीने की मेहनत से तैयार किया गया है.
इस कबाड़ को आकृतियों का रूप देने का काम कादरी इंटरप्राइजेज के फिरोज खान कादरी पर है. फिरोज खान पूर्व में ललित कला संस्थान के छात्र रहे हैं और अब वह एक आर्टिस्ट है. करीब 22 कारीगरों ने एक महीने की कड़ी मेहनत से 19 कर्मचारियों की आकृतियां तैयार की है. जिसमें पेंटर, वेल्डर, हेल्पर और आर्टिस्ट इन सभी की मेहनत लगी है.
फिरोज खान कादरी ने बताया कि नगर निगम द्वारा हमें जो कबाड़ दिया गया. उस कबाड़ को हमारे कारीगरों ने नगर निगम के सफाई नायकों व अन्य कर्मचारी को समर्पित करते हुए उनकी आकृति के रूप में ढाला है. जिसमें फायर मैन, वर्कर, सिल्ट लोडर मैन, इलेक्ट्रिक मैन, क्लीनर मैन, फॉग मैन, माली, वेस्ट लोडिंग मैन, वेस्ट डस्टबिन लोडर मैन, सीवर मैन, राज मिस्त्री और उनके उपयोग में आने वाले वाहन डंपर, रोड रोलर और जेसीबी का भी निर्माण किया है.
सफाई नायकों व अन्य कर्मचारियों की सभी आकृतियों को पूर्ण रूप से तैयार कर लिया गया है. अब नगर निगम शहर की मुख्य जगहों को चिन्हित करेगा. इन सभी आकृतियों को वहां पर लगा दिया जाएगा. ऐसे में शहर के तमाम लोग इन आकृतियों को देखेंगे और उन्हें एहसास होगा कि शहर को स्वच्छ और सुंदर रूप देने वाले ये सफाई नायक भी सम्मान के काबिल हैं.
आगरा नगर निगम के इस प्रयास से एक ओर जहां कबाड़ से मुक्ति मिल गयी है, वहीं सुंदर आकृतियां देखकर लोग घर की बेकार चीजों के बेहतर इस्तेमाल के लिये प्रेरित होंगे. कबाड़ से बनी आकर्षक आकृतियां आगरा शहर को एक अलग पहचान देंगी.
कबाड़ से सफाई नायकों की आकृतियों के साथ ही बुलडोजर व अन्य मशीनें भी बनायी गयी हैं. इन्हें देखकर ऐसा लगता ही नहीं कि यह सब कबाड़ से बनाया गया है. जंग खा रहे लोहे के सामान का इतना बेहतर इस्तेमाल हो सकता है यह भी एक सच है.
बुलडोजर की तरह ही एक अतिक्रमण वाहन भी बनाया गया है. इस वाहन में नगर निगम फुटपाथ या सड़क पर हो रहे कब्जों में जब्त सामान को रखा जाता है. इस वाहन को भी कबाड़ से ही बनाया गया है.
आगरा नगर निगम की सफाई नायकों के योगदान को दर्शाने के लिये लगभग हर ट्रेड को शामिल किया है. जिसमें फायर मैन, वर्कर, सिल्ट लोडर मैन, इलेक्ट्रिक मैन, क्लीनर मैन, फॉग मैन, माली, वेस्ट लोडिंग मैन, वेस्ट डस्टबिन लोडर मैन, सीवर मैन, राज मिस्त्री शामिल है. इसमें प्रयास है कि लोग जान सकें कि एक कार्य में कितने लोगों का योगदान है.