Agra News : ‘ मां मुझे अपने साथ ले चलो ‘… हाई कोर्ट के आदेश पर यशोदा से मिली बेटी
मां मुझे अपने साथ ले चलो, बाबूजी के साथ-साथ परिवार के सभी लोगों की बहुत याद आती है. अब बाल गृह में मन नहीं लगता है. पता नहीं मेरी पढ़ाई कब पूरी होगी और कब घर जाऊंगी. मुझे घर कब ले चलोगी ? यह सुनकर पालनहार मां ने कहा तुम्हें पढ़ने के लिए भेजा है.
आगरा. मां मुझे अपने साथ ले चलो, बाबूजी के साथ-साथ परिवार के सभी लोगों की बहुत याद आती है. अब बाल गृह में मन नहीं लगता है. पता नहीं मेरी पढ़ाई कब पूरी होगी और कब घर जाऊंगी. मुझे घर कब ले चलोगी ? यह सुनकर पालनहार मां ने कहा तुम्हें पढ़ने के लिए भेजा है. पढ़ाई पूरी होने पर अपने साथ ले जाऊंगी. अभी दो किताबें रह गई हैं. उनको और पढ़ लेना. बालिका भावुक हो रही थी तभी मां ने भी अपने आंसू छिपाते हुए कहा रोएगी तो मैं तुझसे मिलने नहीं आऊंगी. तब बेटी बोली मैं कभी नहीं रोऊंगी लेकिन मुझसे मिलने आते रहना. मन लगाकर पढ़ाई करूंगी. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अजयपाल सिंह ने राजकीय बाल गृह में अपनी मौजूदगी में पालनहार मां की मुलाकात बालिका से कराई. वह 15 माह से बाल गृह में निरुद्ध है. हाईकोर्ट के आदेश पर डीपीओ ने हर मंगलवार को मुलाकात समय निर्धारित किया है.
अभी आनी है डीएनए रिपोर्ट
मंगलवार की सुबह पालनहार यशोदा चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस के साथ बाल गृह पहुंची. जहां उसकी मुलाकात बेटी से कराई गई. मां को देखकर बेटी दौड़ी चली आई और उससे लिपट गई. मां ने भी प्यार से गोद में भरकर दुलार किया. नरेश पारस ने बच्ची से उसके माता-पिता के बारे में पूछा तो उसने सभी के नाम और मोबाइल नंबर बता दिए. उसे सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर मुंह जबानी याद हैं. उसने घर के हर सख्श की जानकारी दी. मां से मिलकर बहुत खुश थी. कहां अगली बार बाबूजी को साथ जरूर लाना. उनको बहुत दिनों से देखा नहीं है. उनकी बहुत याद आती है.हाईकोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई आठ दिसंबर को होगी. दावा करने वाले दंपति का भी डीएनए टेस्ट हो गया है. उसकी रिपोर्ट आना बाकी है. यह रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल होगी. उसी के आधार पर फैसला होगा. दावेदार प्रतिवादी को भी शपथपत्र देना होगा.