Agra news : अंतरिक्ष विज्ञान में दक्ष करने के लिए डीईआई में ऑनलाइन प्रशिक्षण, जानें – क्या बोले वैज्ञानिक
दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी जागरूकता प्रोग्राम के तहत वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें देशभर के विद्वानों ने अपने विचार और तकनीक को साझा किया.
आगरा. आगरा के दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने वर्चुअल प्लेटफार्म पर एक नोडल केंद्र के रूप में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी जागरूकता प्रशिक्षण प्रोग्राम का आयोजन किया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने ‘स्पेस साइंस और टेक्नोलॉजी अवेयरनेस ट्रेनिंग’ कार्यक्रम के शुभारंभ के साथ भारतीय छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान प्रेम को जागृत करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्टार्ट प्रोग्राम का उद्देश्य उच्चस्तरीय स्नातक और अंतिम वर्ष के आधुनिक विज्ञान और तकनीक के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करना है.
खगोल शास्त्र और खगोल भौतिकी की जानकारी दी
इसरो स्टार्ट प्रोग्राम के डी ई आई नोडल केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉ रणजीत कुमार ने बताया कि स्टार्ट प्रोग्राम को इसलिए तैयार किया गया है ताकि छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों का अवलोकन करने में मदद मिले. जिसमें खगोल शास्त्र और खगोल भौतिकी, हेलिओ फिजिक्स और सूर्य पृथ्वी अंतर क्रिया, उपकर्णिकी और पर्यावरण शामिल है. भारतीय शिक्षा विज्ञान संस्थानों और इसरो केंद्र के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों ने इस प्रशिक्षण में वैज्ञानिक भाषण दिए. जिससे छात्रों को अपने विषय के भीतर अपने विशिष्ट योग्यता को कैसे अंतरिक्ष विज्ञान में लागू कर सकते हैं इसके बारे में जानकारी मिली.
20 जुलाई को हुआ था स्टार्टअप प्रोग्राम का आगाज
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ सोमनाथ ने 20 जुलाई 2023 को स्टार्टअप प्रोग्राम का उद्घाटन किया था. स्टार्टअप प्रोग्राम के महत्व पर चर्चा करते हुए आई एस आर ओ के अधिकारी ने बताया कि यह कार्यक्रम भारतीय छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के प्रति उत्साह को प्रचलित करने का काम करेगा. प्रोग्राम का उद्देश्य छात्रों को स्पेस साइंस के मूलभूत ज्ञान, अनुसंधान अवसरों और इस क्षेत्र में पोटेंशियल के पद के संबंध में जागरूक करना है.
अंतरिक्ष के संबंधित उद्देश्य समझाए
डॉ शांतनु भटवडेकर वैज्ञानिक सचिव भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने स्टार्ट प्रोग्राम पर जानकारी देते हुए बताया कि अंतरिक्ष विज्ञान के अंतरविद्याविज्ञान स्वरूप को जोर देने के साथ प्रशिक्षण छात्रों को समझाया गया कि उनके विशेषता को अंतरिक्ष के संबंधित उद्देश्य में कैसे उपयोग किया जाए.