Agra News: ताजनगरी में बीजेपी ने दलित, पिछड़ा और अगड़ा वर्ग को प्रतिनिधित्व देकर बनाया संतुलन, समझें गणित
2017 में आगरा से 3 लोगों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. जिसमें दलित समाज से डॉक्टर जी एस धर्मेश, जाट समाज से चौधरी उदयभान और प्रजापति समाज से धर्मवीर प्रजापति को मंत्री बनाया था. इस बार फिर से आगरा को तीन मंत्री मिले हैं लेकिन इस बार 2 कैबिनेट मंत्री है और एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं.
Agra News: उत्तर प्रदेश सरकार के योगी मंत्रिमंडल 2.0 में आगरा से 2 लोगों को कैबिनेट में जगह मिली है. वहीं पिछली बार के राज्यमंत्री रहे एमएलसी धर्मवीर प्रजापति को फिर से मंत्रिमंडल में स्थान मिला है. बीजेपी ने ताजनगरी में तीन समाज के लोगों को मंत्रिमंडल में जगह देकर कहीं ना कहीं जातिगत संतुलन भी बनाया है.
2 कैबिनेट मंत्री है और एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
2017 में बीजेपी ने आगरा में सभी 9 सीट पर कब्जा किया था. ऐसे में आगरा से 3 लोगों को राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. जिसमें दलित समाज से डॉक्टर जी एस धर्मेश, जाट समाज से चौधरी उदयभान और प्रजापति समाज से धर्मवीर प्रजापति को मंत्री बनाया था. इस बार फिर से आगरा को तीन मंत्री मिले हैं लेकिन इस बार 2 कैबिनेट मंत्री है और एक राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं.
Also Read: योगेंद्र उपाध्याय को योगी कैबिनेट में मिली जगह, कहे जाते हैं आगरा के ‘भागीरथ’
पश्चिम का बड़ा ब्राह्मण चेहरा शामिल
योगी मंत्रिमंडल दो में आगरा से इस बार दलित चेहरा ग्रामीण विधानसभा की विधायक और पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को बनाया गया है. उन्हें इस बार कैबिनेट में जगह दी गई है लेकिन अभी बेबी रानी मौर्य को क्या विभाग दिया जाएगा उसकी घोषणा नहीं हुई है. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही पश्चिम के बड़े ब्राह्मण चेहरे रामवीर उपाध्याय को बीजेपी में शामिल किया गया था. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि रामवीर उपाध्याय के जीतने पर उन्हें कैबिनेट में दर्जा मिलेगा.
Also Read: आगरा की बेबी रानी मौर्य ने कैबिनेट मंत्री के रूप में ली शपथ, उत्तराखंड की रह चुकी हैं राज्यपाल
प्रजापति समाज को साधने की कोशिश
हालांकि, उनके हारने के बाद आगरा के दक्षिण विधानसभा से विधायक योगेंद्र उपाध्याय की किस्मत खुल गई. और उन्हें बड़े ब्राह्मण चेहरे के तौर पर योगी कैबिनेट में जगह दी गई है. 2017 में आगरा के खंदौली क्षेत्र के रहने वाले और माटी कला बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व एमएलसी धर्मवीर प्रजापति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार थे. इस बार फिर से योगी मंत्रिमंडल 2.0 में उन्हें स्वतंत्र प्रभार का दर्जा मिला है. जिससे फिर दोबारा प्रजापति समाज को साधने की कोशिश की गई है.
Also Read: Agra: शादी में बदला दोस्ती का रिश्ता, अल्पसंख्यक समुदाय की युवती ने दूसरे समुदाय के युवक से की शादी
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत