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Agra News: दिल्ली से बिहार जाने वाली बस में यमुना एक्सप्रेसवे पर लूट, पुलिस जांच में खुल गया सारा राज

मालिक द्वारा बस वापस लेने की वजह से दूसरा पक्ष नाराज हुआ. इसके बाद उन्होंने बस लूटने की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 30, 2021 6:48 PM

Agra News: यमुना एक्सप्रेसवे पर गुरुवार सुबह पुलिस को ड्राइवर द्वारा एक बस लूटने की सूचना प्राप्त हुई. पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच-पड़ताल में जुटी. जिसमें यह बात सामने आई कि यह बस किसी के द्वारा खरीद ली गई थी. जब उस व्यक्ति ने पैसे वापस नहीं किए तो मालिक ने बस को वापस ले लिया. मालिक द्वारा बस वापस लेने की वजह से दूसरा पक्ष नाराज हुआ. इसके बाद उन्होंने बस लूटने की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

जानकारी के अनुसार बालाजी ट्रेवल्स दिल्ली की बस बुधवार रात 10 बजे दिल्ली से बिहार के अररिया जिले के लिए निकली थी. बस में करीब 70 यात्री सवार थे. बस को दिल्ली का शाहदरा निवासी आलम, पुत्र फारुख चला रहा था. बस चालक के अनुसार गुरुवार सुबह करीब 5 बजे खंदौली टोल प्लाजा को पार किया. इसके थोड़ी देर बाद एक ईको कार ने बस को ओवरटेक किया और बस को रुकवा लिया.

कुछ बदमाश हाथ में हथियार लेकर जबरन बस में घुसे और चालक-परिचालक के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. चालक और परिचालक के साथ हो रही मारपीट देखकर यात्रियों में भी अफरा-तफरी मच गई. बदमाशों ने चालक-परिचालक को मारपीट कर उनसे मोबाइल और पैसे छीन लिए और इसके बाद उन्हें बस से नीचे उतार दिया और सवारियों से भरी हुई बस को लेकर फरार हो गए. सवारियों ने बस में हंगामा किया तो बदमाशों ने उन्हें भी रास्ते में उतार दिया और बस लेकर भाग गए.

बस लूटने के बाद चालक-परिचालक पैदल ही यमुना टोल प्लाजा पर पहुंचे. उन्होंने पुलिस को लूट की जानकारी दी. सूचना के आधार पर तत्काल ही कार्रवाई शुरू कर दी और खंदौली थाने का फोर्स मौके पर पहुंच गया. पुलिस ने चालक परिचालक से पूरे मामले की जानकारी ली और सभी यात्रियों को दूसरी बसों द्वारा अपने गंतव्य तक भिजवा दिया गया.

खंदौली थाना प्रभारी अवधेश कुमार गौतम ने बताया कि चालक की सूचना के आधार पर बस लूटने वाले स्थल पर पहुंचा गया. जहां पर जांच पड़ताल में जानकारी मिली कि बस का मालिक राम सुरेश है, जो कि दिल्ली में रहता है. राम सुरेश ने करीब 2 महीने पहले इस बस को बिहार के मोनू को बेच दिया था.

करीब 1 से 2 लाख एडवांस भी ले लिया था. जिसके बाद दिसंबर के पहले हफ्ते में बाकी के पैसे देने की बात हुई थी. लेकिन जब खरीदार मोनू ने पैसे नहीं दिए तो राम सुरेश ने गाड़ी को वापस ले लिया. इस बात से खरीदार मोनू खिसिया गया. और अपने 4 लड़कों (अर्जुन यादव, दरभंगा, विक्रम साहनी, मुजफ्फरपुर, मोहन ठाकुर, दरभंगा और सुंदर कुमार, दरभंगा) को भेजा. इन सभी आरोपियों ने मोनू के कहने पर बस लूट की वारदात को अंजाम दिया था.

(रिपोर्ट:- राघवेंद्र सिंह, आगरा)

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