आगरा में पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत मामले में नया मोड़, अब कासगंज पुलिस करेगी विवेचना, आदेश जारी
Agra Police Custody Death: आगरा पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मी अरुण बाल्मीकि की मौत के मामले में मुकदमे की विवेचना एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने अलीगढ़ रेंज के किसी जिले से कराने के आदेश दिए थे.
आगरा पुलिस की हिरासत में लिए गए सफाई कर्मी अरुण बाल्मीकि की मौत के बहुचर्चित मामले में नया मोड़ आया है. अब इस मामले की विवेचना अलीगढ़ रेंज की कासगंज पुलिस करेगी. बता दें कि आगरा में पुलिस हिरासत में पिछले दिनों एक सफाईकर्मी की मौत हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक आगरा पुलिस की हिरासत में सफाई कर्मी अरुण बाल्मीकि की मौत के मामले में मुकदमे की विवेचना एडीजी जोन राजीव कृष्ण ने अलीगढ़ रेंज के किसी जिले से कराने के आदेश दिए थे. अलीगढ़ रेंज में अलीगढ़, हाथरस, कासगंज एटा 4 जिलों की पुलिस आती है. अलीगढ़ रेंज डीआईजी दीपक कुमार ने इस मामले की विवेचना कासगंज स्थानांतरित कर दी है और इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. अब इस मामले की विवेचना कासगंज पुलिस करेगी.
बता दें कि आगरा के जगदीशपुर थाने के मालखाने से 16 अक्टूबर की रात को 25 लाख रुपए चोरी हो गए थे। इसके आरोप में सफाई कर्मी अरुण वाल्मीकि को पुलिस ने हिरासत में लिया था. हिरासत में 19 अक्टूबर की रात अरुण की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि अरुण वाल्मीकि की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है, जिसके बाद धारा 302 के तहत पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज हुआ था. मानवाधिकार आयोग के निर्देश के अनुसार ऐसे मामलों की जांच उसी जिले या अन्य जिले से कराई जा सकती है के तदनुसार एडीजी जोन ने इसे अलीगढ़ रेंज के किसी जिले से कराने के आदेश दिए थे।
इधर, आगरा के इस बहुचर्चित मामले में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ खफा दिखे, जिसके कारण कल आगरा के एसएसपी मुनि राज जी का स्थानांतरण कर दिया गया था. मामले में थाने के एसएचओ सहित 6 पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था.
इनपुट : चमन शर्मा