UP News : भूमिगत मेट्रो के लिए आरपार का ऐलान, आगरावासियों ने अभूतपूर्व बंद रख दिखाई शक्ति,जनप्रतिनिधि पहुंचे
सभी प्रतिष्ठान बंद रहे. बंद का आह्वान अपराह्न दो बजे तक किया गया था. शहीद स्मारक पर हुई सभा में प्रतिष्ठान संचालक, कारोबारी, कर्मचारी और आगरा शहर की जानी-मानी हस्तियां पहुंची थीं. सभी ने एक स्वर से कहा कि आगरा के लोगों को एमजी रोड पर भूमिगत मेट्रो के अलावा और कुछ भी स्वीकार नहीं है.
आगरा. महात्मा गांधी मार्ग (एमजी रोड ) पर भूमिगत मेट्रो की मांग को लेकर आंदोलन तेज होता जा रहा है. व्यापारियों के आह्वान पर शुरू हुए इस आंदोलन से अब आम शहरी भी जुड़ गए हैं. एलिवेटेड मेट्रो लाइन के विरोध में आंदोलित भूमिगत मेट्रो संघर्ष समिति के बैनरतले शहरवासी और कारोबारियों ने गुरुवार को एमजी रोड स्थित सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद रखा. प्रतापपुरा से लेकर भगवान टॉकीज तक एक भी दुकान नही खुली. पेट्रोल पंप भी नहीं खुले. 11 बजे से दो बजे तक पूरे शहर में भूमिगत मेट्रो की मांग के लिए आवाज उठाई गई.
एमजी रोड पर भूमिगत मेट्रो नहीं बनी तो आगरा बंद रहेगासंजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर सार्वजनिक सभा की गई. इसमें ऐलान किया गया कि एमजी रोड पर भूमिगत मेट्रो नहीं बनी तो आगरा बंद रहेगा. सार्वजनिक सभा में शहर के व्यापारी और कारोबारी ही नही, प्रबुद्ध और प्रमुख लोगों के साथ- साथ जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. सार्वजनिक सभा की अध्यक्षता कर रहे सुनील विकल ने कहा कि जनता की इच्छा से चुनी सरकार आगरा की जनता की पसंद का ख्याल रखेगी. जनभावना को आहत कर सरकार कोई कदम नहीं उठाएगी. सुनील विकल ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज मजबूती से उठाएंगे तो जनता उनको फिर से चुनेगी.
विधायक डॉ.जीएस धर्मेश ने कहा कि मेट्रो की मांग किसी जनप्रतिनिधि ने नहीं की थी, केंद्र सरकार द्वारा प्रस्ताव लाया गया था. राज्य सरकार ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी. मेट्रो को भूमिगत बनाने से एलिवेटेड रोड का विकल्प रहेगा . समिति के प्रतिनिधि जब मुझसे मिलने आए तो इनके मेमोरेंडम में मैंने आवश्यक संशोधन भी कराया. विधायक ने आगे कहा, “जनप्रतिनिधियों के साथ मुलाकात कर एक स्वर में मुख्यमंत्री से भूमिगत मेट्रो के लिए कहा और उन्होंने (सीएम) इसे स्वीकार करते हुए इसका परीक्षण कराने का निर्देश दिया. मेट्रो की रिपोर्ट बना ली गई है, भूमिगत मेट्रो से ही शहर को फायदा होगा”.
सुनील विकल के नेतृत्व में फिर मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगीएमएलसी विजय शिवहरे ने कहा कि संघर्ष समिति के प्रयासों की सराहना की. शिवहरे ने दो माह में प्रतिनिधिमंडल द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री से मिलना, सीएम के आगे अपनी मांग को रखना तथा मुख्यमंत्री द्वारा तत्काल कार्यवाही कराने का आदेश देने की जानकारी को लोगों के साथ साझा किया. विधान परिषद सदस्य का कहना था कि भूमिगत मेट्रो संघर्ष समिति के साथ वह दोबारा मुख्यमंत्री से आग्रह कर जनता की बात रखेंगे. भाजपा का एक एक जनप्रतिनिधि इस मांग के साथ है. सुनील विकल के नेतृत्व में फिर मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी.
Also Read: UP News : मथुरा के बांकेबिहारी मंदिर के पास गिरी इमारत के मालिक के खिलाफ एफआईआर, कई मकानों को नोटिस जारी हम देर से जागे जरूर हैं पर इतनी भी देर से नहीं कि फैसला न बदलेसभा को संबोधित करते हुए प्रमुख उद्योगपति पूरन डाबर ने बताया कि हम सब मेट्रो का विरोध नहीं करते. मेट्रो की सौगात आगरा के विकास के लिए सरकार ने दी है. हम उसके साथ हैं. सब जगह मेट्रो की पृष्ठभूमि 70% भूमिगत ही है. आम जनता की कोई गलती नहीं उसको तो प्लान धरातल पर आने पर ही पता चलता है. हम देर से जागे जरूर हैं पर इतनी भी देर से नहीं जागे कि फैसले में परिवर्तन ना किया जा सके. समिति की ओर से लगातार मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को मामले से अवगत कराया जा रहा है. नेशनल चैंबर के अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि शहर की लाइफ लाइन को बचाने के लिए हम हमेशा तैयार हैं. नेशनल चैंबर भूमिगत मेट्रो की मांग के लिए इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी कर रहा है. हमारे अधिकतर व्यापारियों के प्रतिष्ठान भी एमजी रोड पर है. जल्द ही लखनऊ से संपादित कराने का कार्य करेंगे.
मांग पूरी नहीं हुई तो आगरा के 25 करोड़ लोगों को होगी समस्यासुनील अग्रवाल ने कहा कि ये आगरा के 25 करोड़ लोगो की समस्या है. जरूरत पर आगरा बंद करना पड़ा तो करेंगे, ये सबकी समस्या है. हमें एकजुट होकर अपनीचुनी हुई सरकार से मांग पूरी करानी होगी. समाजसेवी केसी जैन ने कहा कि एलिवेटेड मेट्रो प्रोजेक्ट एमजी रोड के लिए एक गलती है. इसे जल्द सुधारना होगा, इसमें किसी विचार की जरूरत नहीं है. मेट्रो आगरा के लोगों के लिए है. लखनऊ के लोग एलिवेटेड मेट्रो से शहर को होने वाले नुकसान की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. ये कोई एक दिन का नही बल्कि सौ साल के लिए है.
Also Read: Gyanvapi Survey : विवाद अदालत के बाहर सुलझाने के लिए हिंदू संगठन ने बढ़ाए कदम, जानें, किस बात का है डर.. देरी होने का बहाना बना रहे मेट्रो परियोजना के अधिकारीसमाजसेवी मुकेश जैन ने कहा कि मेट्रो आगरा की आवश्यकता के हिसाब से आनी चाहिए. आगरा के लिए अभी टेंडर तक नही हुआ फिर भी देर हो गई का बहाना मेट्रो परियोजना के अधिकारी दे रहे हैं. कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेंद्र रावत ने कहा कि पुनः ब्लू प्रिंट तैयार होगा.ये एमजी रोड के व्यापारियों की मांग नही आगरा के निवासियों की मांग है. जल्द भूमिगत मेट्रो का हक़ ले कर रहेंगे. व्यापारी शिशिर भगत ने कहा कि आज लोगों का उत्साह देखकर ये साबित हो गया है कि ये भूमिगत मेट्रो की मांग व्यापारियों तक ही सीमित नहीं बल्कि ये पूरे शहर की आवाज है. व्यापारी विपुल बंसल ने कहा कि टीटीजेड क्षेत्र पांच हजार पेड़ो को कटने की अनुमति कैसे मिल गई जबकि एक पेड़ कटने पर आम आदमी को जेल हो जाती है. पहले रोडवेज की बस, ऑटो बंद हुए उसके बाद ई रिक्शा भी बंद कर दिया. एलिवेटेड मेट्रो आने से शहर को नुकसान होगा.
आंदोलन में ये भी रहे मौजूदमंच संचालन विपुल बंसल ने किया. पूर्व विधायक केशो मेहरा, पियूष मल्होत्रा, सौरभ गुप्ता, अनिल शिवहरे, उपेंद्र शर्मा, दिनेशपाल सिंह, अनूप सुराना, नितेश अग्रवाल, सीताराम अग्रवाल, मुरारी प्रसाद अग्रवाल, विनय मित्तल, हरेश अग्रवाल, नरेश पारस, दिवाकर तिवारी, राजीव जिंदल, राकेश खण्डेलवाल, मनोज अग्रवाल, केएन अग्निहोत्री, आरएस सेंगर आदि मौजूद रहे.