आगरा के रोडवेज बस कंडक्टर पर टिकट चेकिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का लगा आरोप, सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल
आगरा के रोडवेज विभाग में तैनात सहायक यातायात निरीक्षक पर टिकट चेकिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
आगरा. सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो के अनुसार आगरा के रोडवेज विभाग में तैनात सहायक यातायात निरीक्षक पर टिकट चेकिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है. लेकिन वहीं दूसरी तरफ यातायात निरीक्षक का कहना है कि परिचालक द्वारा बस में दो सवारियों को बिना टिकट के ले जाया जा रहा था. जब चेकिंग में उसकी गलती पकड़ी गई तो वह अनावश्यक दबाव बनाने के लिए भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगा. वहीं आगरा रोडवेज के आरएम ब्रह्म प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि इस मामले में परिचालक के ऊपर जुर्माना लगाया गया है और भ्रष्टाचार के जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह पूर्ण रूप से गलत है.
टिकट चेकिंग के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप
जानकारी के अनुसार रविवार की शाम करीब 7:30 बजे आगरा से फर्रुखाबाद डिपो को बस सवारी लेकर फिरोजाबाद की तरफ जा रही थी. सहायक यातायात निरीक्षक अमित कुमार अपने अन्य कर्मियों के साथ राजा के ताल फिरोजाबाद फ्लाईओवर के नीचे मौजूद थे. बस के आने पर उन्होंने परिचालक विवेक को टिकट वे बिल दिखाने के लिए बुलाया. जब परिचालक वे बिल लेकर टीम के पास पहुंचा तो अमित कुमार ने बिल को चेक किया और उसमें एक सवारी की टिकट बनाने में करीब 1 मिनट का अंतर दिखाई पड़ा. इसके बाद उन्होंने परिचालक से इस अंतर के संबंध में सवाल जवाब किया तो सही-सही जानकारी नहीं दे सका. वह बात को घुमाने लगा. इसके बाद अमित कुमार ने परिचालक के ऊपर दो विदाउट टिकट के संबंध में चालान करने की बात कही.
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विदाउट टिकट सवारी ले जाने लगाया गया जुर्माना
अमित कुमार ने बताया कि जब परिचालक ने अपने आप को फसता हुआ देखा तो वह सवारियों को बाहर बुला लाया. उनपर अनावश्यक दबाव बनवाने लगा. अमित कुमार का कहना है कि उनके ऊपर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप पूर्ण रूप से गलत हैं. परिचालक ने अपने आप को बचाने के लिए और टीम के ऊपर अनावश्यक दबाव बनाने के लिए इस तरह के आरोप लगाए हैं और वीडियो वायरल किए हैं. आगरा रोडवेज के आरएम ब्रह्म प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि परिचालक द्वारा दो सवारियों को बस में बिना टिकट के बैठाया गया था. जब उसकी गलती पकड़ी गई तो वह टीम के ऊपर अनावश्यक भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगा. वहीं परिचालक के ऊपर विदाउट टिकट सवारी ले जाने के संबंध में जुर्माने की कार्रवाई कर दी गई है.