Agra News: आगरा में 7 जून को चांदी का कच्चा माल लेकर आ रहे दो कारीगरों से फाउंड्री नगर चौकी इंचार्ज व दो सिपाहियों ने अवैध वसूली की और उन्हें गलत तरीके से बंधक बनाकर चौकी में रखा. शिकायत करने पर पुलिस ने दोनों चांदी कारीगर को फर्जी एनकाउंटर करने की धमकी भी दी. जिसके बाद चांदी कारीगर अपने घर पहुंचे लेकिन कुछ समय तक उन्होंने यह बात किसी को नहीं बताई. क्षेत्रीय प्रधान को जब यह बात पता चली तो वह चांदी कारीगरों को लेकर थाना एत्माद्दौला पहुँचे. जहां पर समाधान दिवस में पहुंचे एसएसपी से उन्होंने शिकायत की. जिसके पर एसएसपी ने जांच पड़ताल के बाद चौकी प्रभारी और दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया.
एसएसपी के अनुसार जांच में दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी लिखा जा सकता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 जून को थाना सादाबाद क्षेत्र के विसावर गांव के रहने वाले धर्मेंद्र और विपिन पुत्र रमेश चंद्र दोपहर 12 बजे आगरा के सर्राफा व्यवसाई रामकुमार की चांदी के घुंगरू लेकर आगरा के लिए निकले. इस दौरान करीब 1:25 पर टेढ़ी बगिया की ईट मंडी के पास एक लाल रंग की ऑल्टो उनके पास आकर रुकी. दोनों युवक बाइक पर सवार थे ऑल्टो के रुकने से वह भी रुक गए.
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जिसके बाद आल्टो में से 3 लोग बाहर निकले इसमें एक व्यक्ति वर्दी पहने हुए था लेकिन उसकी वर्दी पर नेमप्लेट नहीं थी और 2 लोग सादा कपड़ों में थे. इन लोगों ने बिना कुछ पूछे विपिन और धर्मेंद्र को अपने साथ ले जाने की कोशिश की, जिसके बाद विपिन और धर्मेंद्र की इन लोगों से बहस भी हुई. विपिन ने बताया जब हमने उन लोगों से पूछा कि आप कौन हैं तो वह कहने लगे कि हम पुलिस वाले हैं. विपिन ने कहा कि आप की वर्दी पर नेमप्लेट नहीं है मैं कैसे मान लूं कि आप पुलिस वाले हैं. जिसके बाद उन लोगों ने मारपीट करना शुरू कर दिया. मारपीट के बाद वह लोग विपिन और धर्मेंद्र को चौकी फाउंड्री नगर ले गए जहां पर उनके साथ मारपीट भी की गई.
विपिन का कहना है कि उनके फोन भी छीन लिए गए उन्हें किसी से बात भी नहीं करने दी गई. जबकि उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि आपको इस माल के कागज भी हम दिखा सकते हैं. लेकिन उसके बावजूद भी उनकी एक बात नहीं सुनी गई और पुलिस द्वारा उनसे दो लाख रुपए की मांग की गई. उन्होंने पुलिस से बहुत विनती की तब जाकर पुलिस 74 हजार में तैयार हुई. विपिन ने बताया कि पुलिस ने व्हाट्सएप कॉलिंग से उसके पिता रमेश चंद से उनकी बात कराई. जिसके बाद उसके पिता आगरा पहुंचे और उन्होंने चौकी इंचार्ज को 74 हजार दिए. पैसे देने के बाद चौकी इंचार्ज ने उनके पिता को चौकी से बाहर निकाल दिया और करीब 1 घंटे तक दोनों युवकों को चौकी में बिठाए रखा. और उनसे कहा कि अगर इस बात की शिकायत तुमने किसी से भी की तो हम तुम्हारे पैर में गोली मारकर तुम्हारा एनकाउंटर कर देंगे. जिसके बाद से विपिन और धर्मेंद्र काफी डर गए.
वह अपने गांव पहुंच गए लेकिन किसी से भी उन्होंने यह बात नहीं बताई. किसी तरह से ग्राम विसावर के प्रधान जगवेंद्र चौधरी को इस बारे में पता चला तो उन्होंने दोनों लड़कों को हिम्मत दिलाई और अपने साथ शनिवार को थाना एत्माद्दौला लेकर पहुंचे. थाना एत्माद्दौला में शनिवार के दिन समाधान दिवस का आयोजन था ऐसे में आगरा के जिलाधिकारी और एसएसपी थाने में मौजूद थे. जब प्रधान और उनके साथ मौजूद पीड़ित धर्मेंद्र और विपन ने अपनी शिकायत एसएसपी को बताई तो उन्होंने इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल शुरू कर दी और स्वयं विपिन और धर्मेंद्र के बयान भी लिए.
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि विपिन और धर्मेंद्र के बयानों के आधार पर और तमाम जांच पड़ताल के बाद फाउंड्री नगर चौकी प्रभारी नीलकमल और अन्य दो सिपाही कपिल और आशीष नेहरा को तत्काल निलंबित कर दिया गया है. आगे भी जांच की कार्रवाई चलेगी अगर तीनो लोग इसमें दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा.