आसनसोल (शिवशंकर ठाकुर) : बिहार चुनाव 2020 में पांच सीटें जीतने वाली हैदराबाद की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया था कि वह बंगाल में तृणमूल और भाजपा दोनों को हराने के लिए अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे. इसके लिए उन्होंने बंगाल के पदाधिकारियों से सलाह-मशविरा किये बगैर अपनी पार्टी की बागडोर फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के हाथों में सौंप दी.
राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखने वाले अब्बास सिद्दीकी ने कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन का साथ चुना और एआइएमआइएम अकेली रह गयी. ओवैसी की पार्टी अब ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए गिड़गिड़ा रही है. एआइएमआइएम के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष जमीरुल हसन कह रहे हैं कि भाजपा को हराने के लिए राज्य में उनकी पार्टी तृणमूल की बी टीम बनने के लिए भी तैयार है.
जमीरुल हसन का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस जहां भी कमजोर है, वहां उनकी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारकर या तृणमूल की हर प्रकार से मदद करके भाजपा को सत्ता से दूर रखने में मदद करेगी. राज्य की सत्ता पर तृणमूल ही तीसरी बार काबिज हो, इस रणनीति के तहत एआइएमआइएम काम कर रही है.
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जमीरुल हसन कह रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस जहां भी मजबूत स्थिति में है, वहां भी एआइएमआइएम उसकी जीत के अंतर को बढ़ाने में मदद करेगी. हसन ने कहा, ‘दीदी हमें जितना भी झटकें, हम उनसे चिपककर रहेंगे. वाम, कांग्रेस और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी आइएसएफ गठबंधन तृणमूल का वोट काटकर भाजपा की जीत सुनिश्चित करेगी.
हसन ने कहा कि एआइएमआइएम ने उन सीटों की पूरी सूची तैयार कर ली है, जहां तृणमूल कांग्रेस कमजोर है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी इस मुद्दे पर समीक्षा के बाद 25 से 30 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे. राज्य में विधानसभा चुनाव में एआइएमआइएम की रणनीति पर प्रभात खबर के साथ चर्चा के में हसन ने ये बातें कहीं.
Posted By : Mithilesh Jha