विधानसभा चुनाव से पहले एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ममता सरकार पर बड़ा हमला बोला है. सांसद ओवैसी ने रैली रद्द होने के बाद कहा कि बंगाल में ग्राउंड पर लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है. वहीं इस दौरान ओवैसी ने टीएमसी सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाया.
एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पश्चिम बंगाल में रैली आयोजित करने के लिए कोलकाता पुलिस द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने पर विरोध जताया है. ओवैसी ने संसद में तृणमूल कांग्रेस सांसदों द्वारा लोकतंत्र के बारे में बोले जाने का भी मजाक उड़ाया. हैदराबाद के सांसद ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने बंगाल के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. हालांकि ओवैसी कितने सीटों पर कैंडिडेट खड़ा करेंगे, यह अभी तय नहीं है.
ओवैसी ने दावा किया कि दक्षिण 24 परगना में उनकी प्रस्तावित रैली को बिना किसी कारण बताए अनुमति देने से इंकार कर दिया गया. उन्होंने सवाल किया, ‘आपने (तृणमूल सरकार) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को रैली की अनुमति दी. आपने भाजपा, कांग्रेस, वामपंथी दलों को रैलियां करने की इजाजत दी, लेकिन एआइएमआइएम को नहीं. क्यों?’ ओवैसी ने हैदराबाद में संवाददाताओं से कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद संसद में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बात करते हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में यह जमीनी स्तर पर नजर नहीं आता.
सासंद ओवैसी ने कहा कि अप्रैल-मई में होनेवाले चुनावों की आचार संहिता लागू होने के बाद एआइएमआइएम ऐसे पुलिस अधिकारियों को उसी पद पर बने रहने के खिलाफ चुनाव आयोग जाने को मजबूर होगी. ओवैसी ने आरोप लगाया, ‘अगर ऐसे अधिकारी वहां हैं, तो चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष नहीं होंगे.’ विधानसभा चुनाव से पहले एआइएमआइएम मटियाबुर्ज इलाके से रैली के साथ ही चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने जा रही थी.
Posted By : Avinish kumar mishra