Air Pollution: आगरा-मथुरा में प्रदूषण बढ़ने के बाद प्रशासन चेता, पानी के टैंकर-एंटी स्मॉग गन का होगा इस्तेमाल
कमिश्नर ने कहा कि सड़कों के दोनों और दिन में दो बार जनपद में उपलब्ध पानी के टैंकरों एवं स्मोक गन से, जिला स्तर पर उपलब्ध सभी मशीनों से व्यापक रूप से छिड़काव कराया जाए. सभी बड़े निजी एवं सार्वजनिक निर्माण स्थलों पर पानी के टैंकर और एंटी स्मॉग गन का अनिवार्य रूप से प्रयोग कराया जाए.
Agra News: प्रदूषण के कारण कई शहरों की आबोहवा खराब हो रही है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, एनसीआर के बाद अब यूपी के कई शहरों में प्रदूषण का असर बढ़ता जा रहा है. आगरा, मथुरा और मैनपुरी में भी अब वायु प्रदूषण अपना असर दिखाने लगा है. मंगलवार सुबह आगरा और मथुरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति एक बार फिर खराब रही. मथुरा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 162 पर है जो की काफी खराब स्थिति में बताया जा रहा है. हवा में फैली धुंध बढ़ते वायु प्रदूषण को दिखा रही है. मथुरा के लोहवन और महावन में वायु प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा खराब है. लोहवन में 161 और महावन में एक क्वालिटी इंडेक्स 163 है. लगातार बढ़ते हुए प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट जहां नाराजगी जाहिर कर चुका है, वहीं प्रशासन भी अब हरकत में आ गया है. आगरा की मंडलायुक्त ने मथुरा सहित आगरा मंडल के सभी जिलों में विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी के अलावा नगर पालिका और नगर पंचायत को इस मामले में गंभीरता से काम करने को कहा है.
पानी के टैंकर और एंटी स्मॉग गन का अनिवार्य रूप से प्रयोग
बढ़ते हुए वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से मिले निर्देश के बाद कमिश्नर ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की. बैठक में कमिश्नर ने नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, लोक निर्माण विभाग और विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. कमिश्नर ने वायु प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम से संबंधित बताया कि अधिकांश सड़कों पर मैन्युअल स्वीपिंग की जगह मैकेनिक स्वीपिंग कराई जाए. सड़कों के दोनों और दिन में दो बार जनपद में उपलब्ध पानी के टैंकरों एवं स्मोक गन से, जिला स्तर पर उपलब्ध सभी मशीनों से व्यापक रूप से छिड़काव कराया जाए. सभी बड़े निजी एवं सार्वजनिक निर्माण स्थलों पर पानी के टैंकर और एंटी स्मॉग गन का अनिवार्य रूप से प्रयोग कराया जाए.
निर्माण स्थलों को ढकने का सही से करें इंतजाम
कमिश्नर ने कहा कि वायु की गुणवत्ता ज्यादा खराब होने वाले क्षेत्रों में पानी का छिड़काव करने के लिए अग्निसमन वाहनों का प्रयोग किया जा सकता है. सभी निर्माणाधीन स्थलों को ढकने के लिए ग्रीन पर्दे का उपयोग किया जाए. श्रेणी सी व डी के कूड़े को प्राथमिकता के आधार पर उठा लिया जाए. और उसे रीसायकल प्लांट करने हेतु भेजा जाए. सभी निजी एवं सार्वजनिक संस्थाओं से उपरोक्त निर्देशों का अनुपालन कराई जाने हेतु प्रवर्तन टीमों का गठन किया जाए. और उल्लंघन पाए जाने पर अर्थ दंड आरोपित किया जाए.
साथ ही कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने मंडल के मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिले के सभी अधिकारियों से कहा है कि शासन के निर्देशों का तत्काल अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए. निर्देशों का पालन करते हुए तत्काल रिपोर्ट कमिश्नर कार्यालय को भेजी जाए.