Kashi Vishwanath Dham के लोकार्पण पर अखिलेश यादव ने समझाई क्रॉनोलोजी, यूजर्स ने किया ट्रोल
Kashi Vishwanath Corridor: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण से पहले क्रोनोलॉजी समझाया. वहीं सपा सुप्रीमो के ट्वीट पर यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले एक ट्वीट किया है. अखिलेश ने काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर क्रोनोलॉजी समझाई है. वहीं अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे हैं. सपा सुप्रीमो ने दावा किया है कि काशी विश्वनाथ मंदिर का काम उन्हीं की सरकार में शुरू की गई थी.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की क्रोनोलॉजी. सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ. सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों. का अधिग्रहण शुरू किया गया. मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की क्रोनोलॉजी:
– सपा सरकार में करोड़ों का आवंटन हुआ
– सपा सरकार में कॉरिडोर हेतु भवनों का अधिग्रहण शुरू हुआ
– मंदिरकर्मियों के लिए मानदेय तय किया गया‘पैदलजीवी’ बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 12, 2021
उन्होंने आगे लिखा कि पैदलजीवी बताएं कि सपा सरकार के वरुणा नदी के स्वच्छता अभियान को क्यों रोका और मेट्रो का क्या हुआ. वहीं यूजर्स इस ट्वीट को लेकर उन्हें ट्रोल भी कर रहे हैं.
एक यूजर राकेश सिंह ने ट्वीट कर लिखा, बहुत कम लोग जानते हैं कि चांद पर सबसे पहले समाजवादी पार्टी के लोग ही गए थे. वहीं वीएम मिश्रा नामक यूजर ने लिखा, ‘ताजमहल की आधारशिला अखिलेश जी ने रखी थी, जिसका क्रेडिट शाहजहां ने ले लिया.’
विद्यासागर महतो नामक यूजर ने लिखा कि मैं बताता हूं आपके पूर्व के सपा वाले सरकार ने असल में क्या किया है. आप लोगों ने कार सेवकों पर गोलियां चलवाई है और जनता का पैसा सैफई जैसे बेमतलब के आयोजन में खर्च किए हैं. जनता को लूट रखा था और माफिया राज का चलन था. यह है आप लोगों की असल सफलता.
पीएम मोदी आज करेंगे लोकार्पण- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का आज पीएम मोदी लोकार्पण करेंगे. बीजेपी सरकार का दावा है कि मंदिर का 33 महीने में कायाकल्प कर दिया गया है. 1500 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है. पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में साधु-संतों को भी आमंत्रण दिया गया है.