कानपुर : मंगलवार को अखिलेश यादव कानपुर में एक निजी होटल में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रथन पुण्य तिथि पर आयोजित स्मृति महोत्सव में शिरकत करने पहुचे.अखिलेश के स्वागत को लेकर विधायक और सपा नगर अध्यक्ष के समर्थक में मारपीट भी हो गई.जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता हैं. वही स्मृति महोत्सव कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में जीत का दम भरते हुए कहा कि वह 2024 के चुनाव में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं के सहयोग से बीजेपी को करारी शिकस्त देगें.वहीं उन्होंने कांग्रेस और सपा के गठबंधन पर कहा कि कांग्रेस को बताना होगा “अगर देश स्तर पर गठबंधन है तो देश स्तर पर रहेगा”, अगर प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं है तो भविष्य में प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं होगा.
कानपुर दौरे के दौरान अखिलेश यादव ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में समाजवादी पार्टी पूरे जिम्मेदारी से चुनाव लड़ेगी.अखबारों में गठबंधन को लेकर क्या छप रहा है, इससे समाजवादियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है.सपा पूरी जिम्मेदारी से चुनाव लड़ेगी और बीजेपी को 80 में से 80 सीटें हराने की रणनीति बनाएगी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि स्मृति महोत्सव के आयोजन से नेता जी के साथ बिताएं पलों की यादें ताजा कर दी है. कुछ बाते ऐसी होती है जो किसी एक व्यक्ति के लिए ही होती है, ऐसा एक नारा है जो सिर्फ नेता जी के लिए है.जिसने कभी न झुकना सीखा उसका नाम मुलायम है…
Also Read: भारत गौरव ट्रेन से करें सात ज्योतिर्लिंग के दर्शन, कानपुर सेंट्रल से होगी चढ़ने-उतरने की सुविधा, जानें किरायाकार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान अखिलेश ने बताया कि उन्होंने नेता जी के एक खास साथी से उन पर गाना बनाने को कहा था, जिसमें पहली लाइन उन्होंने लिखी थी मन से मुलायम. नेता जी मन से मुलायम थे, लेकिन इरादे बहुत मजबूत थे. इस दौरान मुलायम सिंह अमर रहे की नारों से पंडाल गूंज उठा.कार्यकर्ताओं को शांत कराते हुए उन्होंने कहा नेता जी ने हमे लाल टोपी, साइकिल व झंडा विरासत में दिया है.हमारा दायित्व बनता है कि इसे आने वाले 100 सालों तक बनाएं रखे और आगे बढ़ाने का काम करें.
जाजमऊ चेक पोस्ट पर मंगलवार सुबह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के स्वागत को लेकर विधायक मोहम्मद हसन रूमी और नगर अध्यक्ष फजल महमूद के समर्थकों में मारपीट हो गई. इस दौरान विधायक भी हाथापाई करते हुए नजर आए. मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया.बता दे कि अखिलेश यादव कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए शहर आ रहे हैं.इस दौरान जाजमऊ चेकपोस्ट पर उनके स्वागत के लिए सपा नगर अध्यक्ष फजल महमूद समेत उनके समर्थक खड़े थे.तभी कैंट विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहम्मद हसन रूमी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे.इस बीच किसी बात को लेकर विधायक और नगर अध्यक्ष के बीच विवाद हो गया. दोनो तरफ से समर्थकों में गाली गलौज होने लगी. तभी विधायक हसन रूमी ने हाथापाई शुरू कर दी. इसके बाद दोनों की तरफ से समर्थकों में हाथापाई हो गई. इतना ही नहीं दोनो तरफ से कुर्सियां चलने लगी.वही पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
Also Read: कानपुर: दुर्गा पंडाल में प्लास्टिक इस्तेमाल करने पर लगेगा 25 हजार का जुर्माना, ब्लैकलिस्ट हो सकती है कमेटीकानपुर में दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह भाटिया से हुई मारपीट के मामले में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग अहंकार में आदमी को आदमी नहीं समझ रहे हैं. जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले लोग किसी की आंख की रोशनी तक छीन ले रहे है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने सिख समाज के आदमी को इतना मारा कि उसकी आंख की रोशनी तक चली गई.इसके साथ ही उन्होंने कहा देवरिया के साथ कानपुर में भी अन्याय हुआ है. वही उन्होंने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.यही नही अखिलेश ने किसान बाबू सिंह यादव आत्महत्या मामले में फरार चल रहे भाजपा से निष्कासित डॉक्टर प्रियरंजन आशु दिवाकर को लेकर कहा कि पहले किसान से धोखे से जमीन ली गई.फिर जो चेक दी गई उसे वापस ले लिया गया.उन्होंने कहा कि किसान बाबू सिंह यादव को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया है. इस मामले में आरोपी को अभी तक कानपुर की पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर पाई है,अखिलेश ने कहा कि क्या कानपुर के अधिकारियों के पास बुलडोजर नहीं है या उसमें पेट्रोल डीजल नहीं है.या उन्हें बुलडोजर के लिए ड्राइवर नही मिल रहा.इस दौरान बड़ा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आरोपी नेता भाजपा के डिप्टी सीएम के संपर्क में है.