Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली के भोजीपुरा विधानसभा से विधायक एवं पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम के ध्वस्त पेट्रोल पंप का मामला सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को विधानसभा में उठाया. योगी सरकार पर ज्यादती का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से कुछ समय बाद ही जांच के लिए शिष्टमंडल भेजा गया था. शिष्टमंडल की रिपोर्ट को पढ़ते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) को पेट्रोल पंप का नक्शा पास कराने के लिए 10 लाख का चेक दिया था. बीडीए की एनओसी के बाद ही जिला पूर्ति अधिकारी समेत सभी विभागों से एनओसी जारी हुई थी. इसके बाद डीएम ने एनओसी दी, तब पेट्रोल पंप शुरू हुआ था.
मगर, इसके बाद बीडीए ने जनता में ख़ौफ़ पैदा करने को बुल्डोजर से तोड़ दिया गया. इसके साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्री मुहम्मद आजम खां का भी मामला उठाया. सपा प्रमुख ने पार्टी विधायकों के साथ ही अन्य मुद्दों को भी उठाया. नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पार्टी विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप के मामले में सदन में सवाल किया गया. सरकार की तरफ से इस मामले में 27 मई को जवाब देने की बात सामने आई है.
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सपा विधायक शहजिल इस्लाम पर 30 मार्च को बरेली के पीलीभीत बाईपास पर जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में सीएम योगी पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगा था. हालांकि, सपा विधायक ने वीडियो एडिट करने की बात कही थी. इसके साथ ही किसी को उनकी बात से ठेस पहुंचने पर माफी भी मांगी. मगर, इसके बाद में भी बारादरी थाने में सपा विधायक शहजिल इस्लाम, जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना समेत तमाम सपा नेताओं पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में क्राइम ब्रांच जांच कर रही है.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद