अक्षय तृतीया 2022 पर 50 साल बाद बन रहा है यह योग, जानिए शुभ मुहुर्त और पूजा विधि
Akshaya Tritiya 2022: प्रत्येक वर्ष बैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को विशेष मुहूर्त होता है, इसे अक्षय तृतीया के नाम से भी जानते हैं.
Akshaya Tritiya 2022: इस वर्ष अक्षय तृतीया 3 मई को भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करके मनाई जाएगी. जैसा कि धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख किया गया है, अक्षय तृतीया को नया व्यवसाय शुरू करने या परिवार में समृद्धि और भाग्य लाने वाली कोई चीज खरीदने के लिए वर्ष का सबसे अच्छा दिन माना जाता है.
अक्षय तृतीया 2022 का मुहूर्त (Muhurat for Akshaya Tritiya 2022)
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. इस साल सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 05:18 बजे से सुबह 06:05 बजे (IST) के बीच है. पूजा मुहूर्त 3 मई 2022, मंगलवार को सुबह 06:05 बजे से दोपहर 12:37 बजे (IST) तक है.
50 वर्षों बाद बन रहा ऐसा संयोग
प्रत्येक वर्ष बैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया तिथि को विशेष मुहूर्त होता है, इसे अक्षय तृतीया के नाम से भी जानते हैं. हिंदू धर्म में इस दिन कोई भी नया कार्य शुरू करने का विशेष मुहूर्त होता है. ज्योतिषों की मानें तो इस बार अक्षय तृतीया मंगलवार के दिन मनाया जाएगा, इस दिन रोहिणी नक्षत्र और शोभन योग की वजह से मंगल रोहिणी योग बन रहा है.
इस दिन चार बड़े राशि उच्च स्थिति में होंगे, अक्षय तृतीया के दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ, शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में, शनि अपनी स्वराशि कुभं में जबकि बृहस्पति अपनी स्वराशि मीन में मोजूद होंगे. इस तरह के संयोग 50 वर्षों के बाद देखने को मिलेंगे जिसकी वजह से इस बार की अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है.
Akshaya Tritiya 2022: अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का सर्वसिद्ध मुहूर्त के रूप में भी महत्व माना गया है. इस दिन बिना पंचांग देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. इस दिन विवाह, गृह-प्रवेश, वस्त्र-आभूषणों की खरीददारी या घर, भूखंड, वाहन आदि की खरीददारी जैसे कार्य किए जा सकते हैं. पुराणों में लिखा है कि इस दिन पितरों को किया गया तर्पण तथा पिन्डदान बेहद फलदायक होती है. इस दिन गंगा स्नान करने से तथा भगवत पूजन से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं.
अक्षय तृतीया के दिन जरूर करने चाहिए ये काम
अक्षय तृतीया के दिन को धार्मिक शास्त्रों में बेहद शुभ माना गया है. इस दिन दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. अक्षय तृतीया के दिन जौ, गेहूं, चना, दही, चावल, फल और अनाज का दान करना चाहिए.