अलीगढ़ : शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने मोहर्रम के जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी की है . उन्होंने कहा कि जुलूस के दौरान सड़क पर नमाज नहीं अदा की जाएगी और न ही ट्यूबलाइट तोड़ी जाएगी. मानवता की रक्षा हम सब का कर्तव्य है और इमाम हुसैन की शहादत भी मानवता की रक्षा करते हुए हुई. उनकी शिक्षा को अपनाना चाहिए. यही वजह है कि हम सब को एक दूसरे का ध्यान रखना चाहिए. कोशिश करनी चाहिए कि किसी के जज्बात को तकलीफ न पहुंचे.
मातमी जुलूस में जज्बाती होकर ब्लड बहाने वालों के लिए ब्लड बैंक डोनेशन कैंप लगाया जा रहा है. जिसमें लोगों से अपील की जा रही है कि आप ब्लड ऐसे जाया मत करिए. ब्लड डोनेट करिए. ताकि किसी के काम आए. युवाओं से कहा गया है कि इमाम हुसैन की याद में ब्लड डोनेट करें. कर्बला के मुतवल्ली मुख्तार जैदी ने बताया कि इसको लेकर के ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया जा रहा है. जिसमें अधिक से अधिक लोग रक्तदान कर लोगों की जान बचा सकते हैं.
मोहर्रम के जुलूस को लेकर शुक्रवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ओल्ड ब्वायज लॉज में बताया गया कि अलीगढ़ शहर में 249 ताजिया अलग-अलग जगह से जुलूस में शामिल होंगे. शहर में तीन जगह से मुख्य ताजियों का जुलूस निकलेगा. शहर मुफ्ती खालिद हमीद ने लोगों से सड़क पर नमाज नहीं अदा करने की अपील की है.
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उन्होंने कहा है कि मोहर्रम के जुलूस को रोक कर आसपास की मस्जिद में नमाज अदा करें. वही कर्बला के मुतवल्ली मुख्तार जैदी ने कहा कि मुहर्रम को लेकर सरकार की तरफ से गाइडलाइन तय की गई है और उसका पालन किया जाएगा. लोगों से शांतिपूर्वक जुलूस निकालने की अपील की गई. उन्होंने कहा कि जुलूस के दौरान किसी प्रकार की नारेबाजी और हंगामा न करें. जिससे कोई आहत हो.
नमाज के दौरान अगर जुलूस मस्जिद के सामने से गुजर रही हो तो जुलूस को रोक दें और मस्जिद में आकर नमाज अदा करें. सड़क पर कोई भी अकीदतमंद नमाज न पढ़े. वही कर्बला के मुतवल्ली मुख्तार जैदी ने मुहर्रम को लेकर नगर निगम की तैयारियों की सराहना की. उन्होंने बताया कि बरसात के बावजूद भी जल निकासी, सफाई व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था ठीक है.