इजराइल से मंगाए बीज से खेती कर अलीगढ़ का किसान हुआ मालामाल, यहां जानें इसकी खासियत

किसान मोटे अनाज के बीज विदेश से मंगाकर मालामाल हो रहे हैं. अलीगढ़ के किसान ने इजराइल से बाजरा का बीज मंगा कर खेती कर रहा है. पिछले तीन सालों से वह बाजरे की खेती कर फायदा उठा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 1, 2023 7:04 AM
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मोटे अनाज के उत्पादन को सरकार बढ़ावा दे रही है. इसको लेकर के किसान भी मोटे अनाज की खेती की तरफ बढ़ रहे हैं. किसान मोटे अनाज के बीज विदेश से मंगाकर मालामाल हो रहे हैं. अलीगढ़ के लोधा इलाके के रुस्तमपुर के रहने वाले किसान लव शर्मा इजराइल से बाजरा का बीज मंगा कर खेती कर रहे हैं. पिछले तीन सालों से वह बाजरे की खेती कर फायदा उठा रहे हैं. लव शर्मा ने अपने दोस्त से बाजरे के बीज इजराइल से मंगाए थे. प्रैक्टिकल के तौर पर शुरुआत में 46 बीघा में बाजरा बोया था. उन्होंने बताया कि देसी बाजार और इजरायल से मंगाए बाजरे के बीज में लागत एक ही है, लेकिन इजराइल से मंगाए बाजरे के बीज का उत्पादन ज्यादा है. एक बीघा में देसी बाजार 6 से 7 मन पैदावार होता है, जबकि इजरायली बीज से 22 से 24 मन बाजरा पैदा होता है.

बाजरे की किस्म को देखने के लिए लगी किसानों की भीड़

मंगलवार को लव शर्मा क्वारसी कृषि फार्म में आयोजित मिलेट्स महोत्सव में इजरायली बाजरे के बीज से हुई पैदावार के बारे में लोगों को बताया. इस दौरान उन्होंने बाजरे के बीज का स्टाल भी लगाया. उनके द्वारा पैदा किये गए बाजरे की किस्म को लोग देखते ही रह गए. बाजरे की अलग-अलग किस्म को देखने के लिये किसानों की भीड़ लग गई. अपने देश में 1 से 2 फुट लंबे बाजरे की बाली होती है लेकिन इजरायली बीज से बाजरे की करीब 5 फुट से लंबी बाली होती है. लव शर्मा अपने साथ बाजरे की बाली भी किसानों को दिखाने के लिए लाए थे .

इजराइल से मंगाए बीज से खेती कर अलीगढ़ का किसान हुआ मालामाल, यहां जानें इसकी खासियत 3
किसान इजराइली बाजरा के बीज की कर रहे डिमांड

लव शर्मा ने बताया कि उन्हें जिला कृषि अधिकारी ने मिलेट्स महोत्सव में बाजरा की बाली के साथ बुलाया था और कार्यक्रम में किसानों से बहुत प्रोत्साहन मिला है. वही किसान अब इजरायली बाजरा के बीज की डिमांड कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छोटे किसान जो धान की खेती की तरफ भाग रहे हैं. उसके पीछे न जाएं. आज सरकार द्वारा बाजरे की एमएसपी 2500 रुपये है. लेकिन जो बाजरे का उत्पादन आता है. वह वह धान से कहीं ज्यादा होता है. किसान अपना ध्यान बाजरे की खेती पर लगाये, क्योंकि यहां लागत कम है और उत्पादन ज्यादा है. उन्होंने कहा कि अपनी फसल सरकारी एजेंसी पर दें, बिचौलियों को न बेचे.

इजराइली बाजरे का प्रोडक्शन है ज्यादा

लव शर्मा ने बताया कि इजराइली बाजरे के बीच का रिजल्ट अच्छा है और अब इसको बहुत बड़े स्तर पर करने जा रहे है. इसमें फायदा है. वही जैसे-जैसे किसानों को इस बीज के बारे में पता चल रहा है. वह इस बीज की डिमांड कर रहे हैं. नमूना दिखाने के लिए लाये बाजरे की बाली के बीज ही किसान मांगने लगे. लव शर्मा ने बताया कि इजराइली बाजरे की बाली काफी बड़ी है. जिससे प्रोडक्शन ज्यादा होता है. किसानों ने सवाल उठाये कि इतनी लंबी बाली होने पर गिरने की संभावना ज्यादा है, लेकिन लव शर्मा ने कहा कि इसमें ज्यादा नुकसान नहीं है, वही गाय और नीलगाय से इसे ज्यादा नुकसान नहीं है. इसका पौधा 12 फीट लंबा होता है.

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लव शर्मा ने बताया कि केवल बारिश के पानी से ही सिंचाई हो गई. अलग से पानी नहीं लगाना पड़ा, फिर भी बाजरे की फसल अच्छी हुई. मिलेट्स महोत्सव में आए राम बचन ने बताया कि लव शर्मा ने बाजरे के बीज इजराइल से मंगाए हैं. अभी यूपी में बहुत कम हो रहा है, उन्होने कहा कि अगर पैदावार अच्छी होती है तो इसके बीज लव शर्मा से ही लेंगे. उन्होंने बताया कि अपने यहां देशी बाजरे से तीन गुनी लंबी इजराइली बाजरे की बाली होती है.

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