तीन दिनों के अल्टीमेटम के बाद शराब माफिया के घरवालों का धरना खत्म, प्रशासन ने दिया कार्रवाई का भरोसा
9 दिसंबर से शराब माफिया ऋषि शर्मा के मां-बाप और अनिल चौधरी के मां-बाप अलीगढ़ के अंबेडकर पार्क पर धरने पर बैठे हुए थे. जिला कारागार में रेनू शर्मा की मौत के बाद उनकी अस्थियां भी धरना स्थल पर रखी गई थी.
Aligarh News: जहरीली शराब कांड में जवां ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा की जिला कारागार में मौत को लेकर शराब माफिया ऋषि शर्मा के मां-बाप और अनिल चौधरी के मां बाप ने धरना खत्म कर दिया है. वो पिछले सात दिनों से धरने पर बैठे थे. प्रशासन ने 3 दिन में कुछ न कुछ कार्रवाई का आश्वासन दिया तो धरने पर बैठे बूढ़े मां-बाप ने आंदोलन खत्म कर दिया.
9 दिसंबर से शराब माफिया ऋषि शर्मा के मां-बाप और अनिल चौधरी के मां-बाप अलीगढ़ के अंबेडकर पार्क पर धरने पर बैठे हुए थे. जिला कारागार में रेनू शर्मा की मौत के बाद उनकी अस्थियां भी धरना स्थल पर रखी गई थी. हर रोज ब्राह्मण संगठन, राजनीतिक संगठन धरना स्थल पर आ रहे थे और न्याय के लिए समर्थन की बात कर रहे थे. धरना स्थल पर तिरपाल टांगने को लेकर पुलिस से नोकझोंक हुई.
सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के संयोजक सत्यकांत भारद्वाज, अधिवक्ता श्रीकांत शर्मा ने समझाया. धरने पर बैठे ऋषि शर्मा, अनिल चौधरी के मां-बाप मान गए. एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार, सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय ने जूस पिलाकर धरना खत्म कराया. अधिकारियों ने 3 दिन में कुछ न कुछ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
28 मई को जहरीली शराब पीने के चलते लोधा क्षेत्र के करसुआ में मौतों का सिलसिला शुरू हुआ. खैर, लोधा, जवां अलग-अलग कई गांव में चार-पांच दिन दिनों में 104 लोगों की मौत हो गई. जहरीली शराब प्रकरण में 33 मुकदमे दर्ज हुए, इसमें शराब माफिया ऋषि शर्मा और उनकी पत्नी और पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा, अनिल चौधरी पकड़े गए. रेनू शर्मा की जिला कारागार में तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी. शासन के निर्देश पर शराब प्रकरण के मुख्य आरोपी ऋषि शर्मा को अंबेडकरनगर, उनके भाई मुनीश कुमार शर्मा को सेंट्रल जेल बनारस और अनिल चौधरी को प्रयागराज की जेल में शिफ्ट किया गया.
(रिपोर्ट:- चमन शर्मा, प्रयागराज)