AMU में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू, अप्लाई से पहले जान लें ये बातें
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय चार वर्षीय यूजी पाठ्यक्रम शुरू करने जा रही है. नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए इस कोर्स में दाखिले होंगे. जिन छात्रों को एडमिशन लेना है वे 19 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगे. प्रवेश परीक्षा की तारीख वेबसाइट पर घोषित की जाएगी.
Aligarh Muslim University : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी चार साल का इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम लागू किया गया है. शिक्षा मंत्रालय ने सन 2023- 24 में देश के 105 यूनिवर्सिटी में चार वर्षीय कोर्स को मंजूरी दी है. जिसमें बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, बीकॉम- बीएड का कोर्स शामिल है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी चार साल का बीएड इंटीग्रेटेड पायलट प्रोजेक्ट की मंजूरी दी गई है. शिक्षा मंत्रालय ने इसके लिए एंट्रेंस टेस्ट कराने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को दी है. नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए दाखिले होंगे.
चार साल का बीएड कोर्स
नई शिक्षा नीति के तहत देश विदेश में टीचिंग प्रैक्टिस को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम को तैयार किया गया है. जिस तरह से छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल के कोर्स चुनते हैं. उसी तरीके से टीचिंग कैरियर पर फोकस करने वालों के लिए यह स्पेशलाइज्ड कोर्स डिजाइन किया गया है. यह छात्रों के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि छात्र इस कोर्स को 4 साल में पूरा करेंगे. जिसके लिए पहले पांच साल लगते थे.
पहले छात्र ग्रेजुएशन के बाद 2 साल का कोर्स B.Ed करते हैं. उनको B.Ed कोर्स पूरा करने में पांच साल लग जाते थे. लेकिन अब चार साल कोर्स में BA-B.Ed की डिग्री मिल जाएगी, यानी डिग्री के साथ-साथ इतिहास, गणित, विज्ञान, कला, इकोनॉमिक्स, कॉमर्स ऐसे स्पेशलाइज सब्जेक्ट में भी डिग्री मिल सकेगी. इस कोर्स के जरिए छात्रों को नई टेक्नोलॉजी और जानकारी मिल सकेगी.
सितम्बर माह से शुरु होगी पढ़ाई
एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा ने बताया कि नेशनल कौंसिल फार टीचर एजुकेशन ने सौ सीट स्वीकृत की है. जिसमें 50 सीट बीए-बीएड और 50 सीट बीएससी- बीएड के लिए है. एकेडमिक कौंसिल इस पर विचार कर रही है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के जरिए दाखिला होगा. एजुकेशन डिपार्टमेंट के चेयरमैन मुजीबुल हसन सिद्दीकी ने बताया कि 19 जुलाई तक ऑनलाइन एप्लीकेशन जमा कर सकेंगे. एंट्रेंस एग्जाम की डेट बेबसाइट पर घोषित की जाएगी. वहीं, पढ़ाई सितम्बर माह से शुरु हो जाएगी.
कोर्स का हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट में होगा फायदा
शिक्षाविद् प्रोफेसर रक्षपाल सिंह ने कहा कि चार वर्षीय B.Ed इंटीग्रेटेड कोर्स अच्छा है. इससे एक साल बच रहा है. लेकिन इसके नुकसान भी हैं. पहले छात्र बीए बीएससी का कोर्स करके जाते थे. अब पहले ही छात्र को कोर्स में डाल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज एजुकेशन में प्रैक्टिकल नहीं हो रहे हैं. कम से कम बीए, बीएससी, बीकॉम में सब्जेक्ट की जानकारी होती थी.
वहीं अब इस परिवर्तन से फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ को छात्र कितना महत्व दे पाएंगे. उन्होने कहा कि टॉप एजुकेशन इंस्टिट्यूट में चार वर्षीय B.Ed डिग्री कोर्स का नुकसान नहीं है. यहां पढ़े-लिखे छात्र जाएंगे. जिनको सब्जेक्ट की भी जानकारी होती है. वहीं अगर इस कोर्स को हर जगह लागू किया गया, तो इसके नुकसान देखने को मिलेंगे.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़