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अलीगढ़ : AMU कुलपति पैनल में कार्यवाहक कुलपति की पत्नी के शामिल होने पर उठे सवाल, राष्ट्रपति को भेजी शिकायत

एएमयू के स्थाई कुलपति की चयन प्रक्रिया पर हिंदू महासभा ने सवाल उठाए हैं. हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि वर्तमान कार्यवाहक कुलपति ने मनमाने तरीके से कार्यकारी परिषद की बैठक को संचालित कर अपनी पत्नी को विश्वविद्यालय कुलपति हेतु नामित कर लिया.

Aligarh Muslim University : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्थाई कुलपति की चयन प्रक्रिया पर अखिल भारत हिंदू महासभा ने सवाल उठाए हैं. हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि वर्तमान कार्यवाहक कुलपति ने मनमाने तरीके से कार्यकारी परिषद की बैठक को संचालित कर अपनी पत्नी को विश्वविद्यालय कुलपति हेतु नामित कर लिया, जिनकी योग्यता भी विश्वविद्यालय कुलपति के लिए नहीं है. अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पांडे ने पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पूर्ण रूप से बेईमानी से भरी हुई है. इसमें कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज ने अपनी पावर का नाजायज इस्तेमाल करते हुए विश्वविद्यालय में अपना वर्चस्व दिखाने का प्रयास किया है.

एएमयू को मदरसे की तरह मनमाने ढंग से चलाने का आरोप

राष्ट्रपति को संबोधित पत्र में हिन्दू महासभा ने कहा है कि यह केंद्रीय विश्वविद्यालय है, वही नियम यहां पर लागू होने चाहिए. यह मदरसा नहीं है. न ही वक्फ बोर्ड द्वारा संचालित है. जो कुछ लोगों की मनमानी से चलाया जाएं.उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद (ईसी) द्वारा चयन किया गया पैनल जिसमें पांच नाम शामिल हैं, तीन की योग्यता कुलपति के लिए नहीं है. उसे वापस किया जाएं और वर्तमान कार्यवाहक कुलपति को निर्देशित किया जाएं कि वह इस पैनल को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कोर्ट की निर्धारित बैठक हेतु न भेजें . आगामी 6 नवंबर को होने वाली कोर्ट बैठक को निरस्त किया जाए, साथ ही कार्यवाहक कुलपति मोहम्मद गुलरेज को कार्यकारी परिषद की बैठक की अध्यक्षता न करने के निर्देश दिये जाएं, क्योंकि उनकी पत्नी नईमा गुलरेज खुद कुलपति की दावेदार हैं. ऐसी स्थिति में चयन समिति का अध्यक्ष किसी प्रशासनिक अधिकारी अथवा किसी वरिष्ठ डीन को बनाए जाने से प्रक्रिया निष्पक्ष संपादित की जा सकती है. पत्र की प्रति देश के शिक्षा मंत्री,विश्वविद्यालय अनुदान आयोग,कानून मंत्री एवं उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री को भी प्रेषित की गई है.

कुलपति पैनल बनाने की प्रक्रिया पर आपत्ति

AMU कार्यकारी परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति और पीवीसी प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज भी शामिल हुए थे, उन्होंने मीटिंग की अध्यक्षता की थी. उनके मीटिंग में शामिल होने व अध्यक्षता करने पर आपत्ति जताई जा रही है. हालांकि कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने कहा भी कि उनकी पत्नी कुलपति की दावेदार हैं. ऐसे में वह न तो मीटिंग में शामिल हो सकते हैं, न ही अध्यक्षता कर सकते हैं. वहीं अब कुलपति पैनल बनाने की प्रक्रिया पर आपत्ति जताते हुए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी है.

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कार्यवाहक कुलपति की पत्नी भी पैनल में हैं शामिल

एएमयू के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज की पत्नी प्रोफेसर नईमा गुलरेज का नाम भी पैनल में शामिल है. कार्यकारी परिषद की अध्यक्षता कार्यवाहक कुलपति ने की, वही, अब कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज पर पत्नी को अनुचित लाभ देने के आरोप लग रहे हैं. हिंदू महासभा ने मांग की है कि पैनल से अयोग्य उम्मीदवार को हटाया जाए और 6 नवंबर को AMU कोर्ट की निर्धारित बैठक न की जाए. इसके साथ ही कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज को कार्यकारी परिषद की बैठक की अध्यक्षता से दूर रखा जाए, क्योंकि उनकी पत्नी एएमयू की कुलपति पद की उम्मीदवार हैं.

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