सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस से संक्रमित होने के संदिग्ध दो लोगों को मंगलवार उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज (एनबीएमसीएच) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया. जिसमें एक बीएसएफ का जवान व एक श्रमिक शामिल है. मेडिकल सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दोनों के रक्त तथा थूक के नमूने को कोलकाता के नाइसेड में जांच के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल मेडिकल कॉलेज के आइशोलन वार्ड में कोरोना संदिग्धों की संख्या तीन हो गई है. जिसमें एक महिला भी शामिल है. हालात को ध्यान में रखते हुए मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार चल रहा है.
हालांकि राज्य में अब तक कोरोना वायरस का एक भी केस सामने नहीं आया है. सरकार बार-बार लोगों से भीड़ भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने के साथ ही साफ सफाई तथा सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने की अपील कर रही है. कोरोना से बचने के लिए एहतियात के तौर पर राज्य सरकार ने 31 मार्च तक पार्क, शॉपिंग मॉल, सिनेमाघरों को बंद रखने का निर्देश दिया है. सरकार के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए सिलीगुड़ी में कई जगहों पर इसका पालन भी किया जा रहा है. इसके अलावे कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए सिलीगुड़ी नगर नगर निगम लोगों के बीच लिफलेट का वितरण करने के साथ ही शहर में 100 जगहों पर जागरूकता पोस्टर भी लगाये जायेंगे.
संदिग्धों के रक्त व थूक के नमूने जांच के लिए कोलकाता भेजे गये
एनबीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में दो लोगों को कोरोना के संदेह में मंगलवार को भर्ती कराया गया. जिसमें कार्सियांग निवासी बीएसएफ का जवान व कालियागंज का एक श्रमिक शामिल है. इन दोनों के ट्रैवल हिस्ट्री खंगालने पर पता चला कि हाल ही में उक्त श्रमिक केरल से लौटा था. शारीरिक अस्वस्थता महसूस करने पर उसे भर्ती कराया गया है. जबकि बीएसएफ जवान भी कोरोना ग्रस्त राज्य में आना-जाना था. जानकारी मिली है कि बीएसएफ का जवान हाल ही में छुट्टियां मनाने के लिए घर लौटा था. वहीं सोमवार रात को यूएसए से लौटी एक महिला को भी आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
इस संबंध में एनबीएमसीएच के अधीक्षक डॉ कौशिक समाजदार ने बताया कि केवल एक को छोड़कर उन दोनों में किसी का भी फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. उन दोनों के रक्त तथा थूक के नमूने को जांच के लिए कोलकाता के नाइसेड में भेजा गया है. अगर रिपोर्ट नेगेटिव आता है तो प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छोड़ दिया जायेगा. डॉ समाजदार ने कहा कि राज्य में अभी तक कोरोना का एक भी पॉजिटीव मरीज नहीं मिला है. लेकिन फिर भी वे कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में बेडों की संख्या को बढ़ाने पर विचार चल रहा है. उन्होंने बताया कि इसके लिए अलग 30 से 35 वेंटिलेटर मंगाया जा रहे हैं.