धनबाद : यूपी के कुख्यात शूटर अमन सिंह की धनबाद जेल में गोली मारकर हत्या करने के मामले में मंगलवार को जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा में सतीश साव, विकास बजरंगी को प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी की अदालत में पेश किया. अदालत ने दोनों को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया है. अब दोनों के विरुद्ध अमन सिंह की हत्या का मुकदमा भी चलेगा. दोनों पूर्व से दूसरे मुकदमे में जेल में बंद थे.
सोमवार को धनबाद जेल में बंद विकास बजरंगी एवं सतीश साव उर्फ गांधी को न्यायिक हिरासत में लेने की प्रार्थना कांड के अनुसंधानकर्ता विनय कुमार ने अदालत से की थी. धनबाद के प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी की अदालत ने सहायक लोक अभियोजक समित प्रकाश की दलील सुनने के बाद जेल प्रशासन को दोनों को पेश करने का आदेश दिया था.
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अमन सिंह की हत्या के बाद धनबाद जेल में तीन दिसंबर 2023 को दो गुटों में हुई मारपीट के मामले में भी दोनों गुटों के कुल नौ आरोपियों को मंगलवार को रिमांड कर लिया गया. उनके विरुद्ध पुलिस ने रिमांड करने का आवेदन दिया था. सभी आरोपी पूर्व से दूसरे मामले में जेल में बंद थे. अब उनके विरुद्ध जेल में मारपीट करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का भी मुकदमा चलेगा. मामले में जेलर मुस्तकीम अंसारी की लिखित शिकायत पर चार दिसंबर 2023 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मारपीट करने वालों में एक गुट से विकास रवानी उर्फ विकास बजरंगी, चंदन यादव, सतीश कुमार उर्फ गांधी और अमर रवानी शामिल थे. वहीं दूसरे गुट में कुंदन कुमार धिकार उर्फ रोहित धिकार, वैभव यादव उर्फ राहुल सिंह, आशीष शुक्ला उर्फ सत्य उर्फ प्रिंस, दिनेश कुमार गौड़ तथा भोलू यादव आदि शामिल थे.