अधिक मास की अमावस्या बेहद खास, पितृ दोष और धन वृद्धि के लिए इस दिन करें ये ज्योतिषीय उपाय
Adhik Maas Amavasya 2023 Date: अधिक मास अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है. अमावस्या तिथि पितरों का समर्पित होती है. वहीं अगर अधिकमास में अमावस्या तिथि पड़े तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है. क्योंकि यह हर 3 साल में एक बार आती है.
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इस बार अधिकमास की अमावस्या तिथि 16 अगस्त को पड़ रही है. ज्योतिष में इस दिन के लिए कुछ विशेष उपायों का वर्णन मिलता है. जिनको करने से जीवन में संपन्नता और सुख- समृद्धि का वास रहेगा
इस दिन आपको तुलसी की माला से 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा. इसके साथ ही धन में वृद्धि होगी. वहीं भगवान विष्णु के साथ-साथ पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होगा.
अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित होती है. इसलिए इस दिन पितरों के नाम से दान करने वे प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. अगर आप इस दिन पितरों के नाम से ब्राह्राण भोज करा कर दान- दक्षिणा और वस्त्र का दान करना चाहिए. ऐसा करने से जिन लोगों के जीवन में संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है, उनके संतान प्राप्ति के योग बनेंगे.
Also Read: अधिक मास अमवस्या पर बन रहा दुर्लभ संयोग, इस दिन शिवलिंग में चढ़ाएं ये एक खास चीज, मिलेगी अपार सफलतागाय में सभी देवी-देवताओं का वास माना जाता है. इसलिए अधिकमास की अमावस्या पर गाय को आटे की लोई में गुड़ डालकर खिलाएं और साथ ही हरा चारा भी डालें. ऐसा करने से आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होगी.
अगर बहुत मेहनत करने के बाद भी आपके जीवन में आर्थिक तंगी बनी हुई है, साथ ही जीवन में दरिद्रता का वास है, तो आप अधिकमास की अमावस्या पर ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाकर रखें.
इस दीपक को सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक जलाकर रखें. ईशान कोण को देवगुरु का स्थान माना जाता है. इस स्थान को स्वच्छ व रोशन रखने से गुरु की कृपा होती है. इसके साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है.