Ambedkar Jayanti 2022: झारखंड के लोहरदगा जिले में अनुसूचित जाति जनजाति पदाधिकारी कर्मचारी संघ एवं अंबेडकर विचार परिषद के तत्वावधान में भारत रत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह का आयोजन समाहरणालय मैदान में किया गया. झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव समेत अन्य गणमान्य मौके पर मौजूद थे. इस दौरान उन्हें याद किया गया और उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की मांग की गयी.
संविधान की प्रस्तावना के अनुपालन का संदेश
मुख्य वक्ता डॉ सुदामा राम ने कहा कि संविधान के निर्माता डॉ भीम राव अम्बेडकर का जीवन संघर्षमय व्यतीत हुआ है. उनके कठिन परिश्रम का परिणाम है कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. भारत को संचालित करने के लिए देश का संविधान सभी वर्गों को बराबर का अधिकार देता है. उन्होंने बताया कि हमारे लिये गर्व का विषय है कि उनके जन्मदिन को विश्व शिक्षा दिवस कर रूप में अपनाया गया है. उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा और उसके अनुपालन का संदेश दिया.
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आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाए
संघ के सचिव लखन राम ने कहा कि अम्बेडकर की महान कृतियों को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने मांग रखी कि अम्बेडकर की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाये. संघ के अध्यक्ष अरुण राम ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि डॉ भीम राव अम्बेडकर ने शिक्षा रूपी हथियार को अपनाया और दबे कुचले लोगों के लिए संघर्ष करते रहे. संविधान का निर्माण कर सभी के लिए बराबर का हक व अधिकार देकर संविधान के शिल्पकार बने. उनके विचारों से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए.
अंबेडकर का 131वीं जयंती समारोह
उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण, पुलिस अधीक्षक आर रामकुमार, एसडीओ अरविंद कुमार लाल, डीटीओ अमित बेसरा, संघ के अध्यक्ष अरुण राम, सचिव लखन राम, विधायक प्रतिनिधि निशित जयसवाल, बिरसा उरांव, सोमे उरांव, रामचरण राम, नीरू शांति भगत, बुधन राम सहित गणमान्य द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. अनुसूचित जाति जनजाति पदाधिकारी कर्मचारी संघ एवं अंबेडकर विचार परिषद के तत्वावधान में भारत रत्न बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का 131वीं जयंती समारोह के अवसर पर मंचीय कार्यक्रम शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया.
रिपोर्ट: गोपी कुंवर