बरेली: सड़क के गड्ढों की वजह से पलटी एंबुलेंस, ड्राइवर पर शराब के नशे में वाहन चलाने का आरोप, जानें पूरा मामला

बरेली-बदायूं रोड पर हादसे में घायल मरीजों को लेकर एंबुलेंस आ रही थी. यह एंबुलेंस गड्ढों में पलट गई. इससे एंबुलेंस में सवार दोनों मरीजों की हालत गंभीर हो गई. उन्हें निजी अस्पताल में इलाज को भर्ती कराया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2023 2:11 PM
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Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली की सड़कों की हालत पहले ही काफी खराब थी. मगर, पिछले तीन दिन से होने वाली बारिश के कारण सड़कों में गड्ढे हो गए हैं. जिसके चलते सड़कों से गुजरना मुश्किल हो गया. सड़कों में गड्ढों के कारण वाहनों का पलटना शुरू हो गया है. सोमवार सुबह बरेली-बदायूं रोड पर हादसे में घायल मरीजों को लेकर एंबुलेंस आ रही थी. यह एंबुलेंस गड्ढों में पलट गई.

इससे एंबुलेंस में सवार दोनों मरीजों की हालत गंभीर हो गई. उन्हें निजी अस्पताल में इलाज को भर्ती कराया गया है. हालांकि, एंबुलेंस के ड्राइवर पर शराब के नशे में वाहन चलाने का आरोप है. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर की जांच शुरू कर दी है.

शहर के सुभाष नगर थाना क्षेत्र की रामगंगा चौकी पर खड़ी एंबुलेंस रामगंगा चौकी क्षेत्र में ट्रक और बाइक की टक्कर से घायल दो युवकों को लेकर शहर के विनायक हॉस्पिटल में आ रही थी. बदायूं रोड के रामगंगा हॉस्पिटल के सामने सड़क के गड्ढों में एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पलट गई. एंबुलेंस पलटने की सूचना पर तुरंत पुलिस पहुंची. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि एंबुलेंस का ड्राइवर शराब के नशे में धुत था.

मगर, इसके बाद भी हादसे में घायलों को शहर के एक निजी अस्पताल में लेकर आ रहा था. इसी दौरान सड़क के गड्ढों में एंबुलेंस पलट गई. घायलों के परिजनों के एंबुलेंस ड्राइवर के शराब के नशे में एंबुलेंस चलाने पर शिकायत की है. इसके साथ ही आरोपी ड्राइवर ने घायलों के गर्दन दबाने का आरोप लगाया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

निजी अस्पताल में ले जाने को लेकर हुआ विवाद

जानकारी के मुताबिक एंबुलेंस संचालकों को निजी अस्पताल वाले मरीज लाने पर मोटा कमीशन देते हैं. इसलिए एंबुलेंस संचालक कमीशन देने वाले अस्पतालों में ही मरीज भर्ती कराते हैं. इसको लेकर पहले भी कहासुनी हो चुकीं है. कुछ लोगों ने सीएम से भी शिकायत की थी.

इसके बाद कुछ दिन को यह बंद हो गया. मगर, अब फिर मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती कराने का खेल शुरू हो गया है. शराब के नशे में धुत एंबुलेंस चालक पर बदायूं रोड, रामगंगा और लाल फाटक इलाके के दर्जनों अस्पताल छोड़कर 10 किमी दूर निजी अस्पताल में मरीज भर्ती कराने को लेकर ही विवाद की बात सामने आ रही है.

निजी अस्पतालों में मरीज बेचने का रैकेट सक्रिय

शहर के कई निजी अस्पताल में मरीज लाने वाली एंबुलेंस को 10 से 15 हजार रुपए तक कमीशन मिलने की बात सामने आ रही है. यहां शहर के साथ ही शाहजहांपुर, बदायूं और पीलीभीत से मरीज लाए जाते हैं. बताया तो यह भी जाता है कि इन मरीजों को बरेली के अस्पतालों में भेजने के बदले वहां के कुछ सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टरों को भी कमीशन मिलता है.

एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया की शहर के कई निजी अस्पताल हैं. जहां वह मरीज को छोड़ते हैं. उसके बदले कमीशन मिलता है. बताया जाता है कि सड़क हादसे में घायल हुए मरीज को सीधे ही निजी अस्पताल पहुंचा दिया जाता है, या फिर रास्ते में ही सरकारी एंबुलेंस से प्राइवेट एंबुलेंस में शिफ्ट कर निजी अस्पताल पहुंचाया जाता.

जिन निजी अस्पताल संचालकों की पीलीभीत, बदायूं, और शाहजहांपुर जिले के सरकारी डॉक्टर से भी सांठगांठ है, वह सरकारी अस्पताल पहुंचे घायल मरीजों को गंभीर बताकर शहर के कुछ निजी अस्पतालों में भेज देते हैं. जिले में एंबुलेंस चालकों के द्वारा अस्पतालों को मरीज बेचने का यह बड़ा रैकेट काफी समय से सक्रिय है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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