भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में बंगाल पर अपना पूरा फोकस रख रही है. केंद्रीय नेताओं का दौरा भी इसी बीच शुरू हो गया है. भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तर बंगाल से किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. राज्य में भाजपा की ताकत बढ़ाने के लिए यह रणनीति बनायी गयी है. बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से वाराणसी से चुनाव लड़े और उत्तरप्रदेश में भाजपा को बड़ी सफलता मिली. भाजपा नेतृत्व को उम्मीद है कि इस बार बंगाल से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं, इसलिए गांधीनगर के साथ अमित शाह उत्तर बंगाल की किसी सीट से अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं.
विधानसभा चुनावों के बाद एक के बाद एक चुनाव और उपचुनावों में भाजपा की बंगाल में हार हुई है. हालांकि, पार्टी को मजबूत बनाए रखने के लिए अमित शाह ने आगामी लोकसभा में 35 सीटों पर जीत का आह्वान किया है. इसी उद्देश्य से प्रदेश नेता को काम करने का निर्देश दिया गया है. ऐसे में अब अमित शाह उत्तर बंगाल में चुनाव लड़ने का मन बना रहे है.
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राज्य के शहरी विकास मंत्री व तृणमूल नेता फिरहाद हकीम का कहना है कि माकपा नीत वाममोर्चा बंगाल से साफ हो गया. बंगाल में जो हालत वाममोर्चा की हुई, वही अब केंद्र में भाजपा की होगी. सुश्री बनर्जी के नेतृत्व में जनहित के लिए तृणमूल की लड़ाई जारी रहेगी. विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत पश्चिम बंगाल को केंद्रीय फंड जारी करना होगा, नहीं तो तृणमूल का आंदोलन और तेज होगा. गौरतलब है कि गत 26 जनवरी को ही मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी केंद्र सरकार को सभी बकाया राशि का भुगतान करने के लिए सात दिनों का ‘अल्टीमेटम’ दे चुकी हैं. साथ ही यह साफ कर दिया है कि यदि ऐसा नहीं हुआ, तो उनकी पार्टी बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेगी.