केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहली बार ममता बनर्जी की चोट पर अपना बयान दिया है. अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी को हल्की सी चोट लगी तो सब आहत हो गए, लेकिन इन्हें जवाह देना चाहिए कि हमारे जो 130 कार्यकर्ता हिंसा में मारे गए हैं, उनका क्या होगा, उनके माता-पिता को जवाब कौन देगा.
बांंकुड़ा की रैली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल में हम आशा करते थे कि यहां से कम्युनिस्ट शासन जाने के साथ ही राजनीतिक हिंसा समाप्त हो जाएगी. मगर TMC की सरकार ने तो कम्युनिस्टों को भी अच्छा कहलवा दिया. राजनीतिक हिंसा और बढ़ गयी. इस दौरान हमारे 130 वर्कर मारे गए और इसका जवाब कौन देगा.
शाह ने आगे कहा कि यहां पर कटमनी और तौलेबाजी के जरिए सरकार चलाई जा रही है. एक ओर बंगाल में कटमनी के जरिए ममता बनर्जी की सरकार विकास को आगे बढ़ा रही है, जबकि दूसरी ओर पीएम मोदी की सरकार है, जहां ईमानदारी पूर्वक विकास के कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार आने पर इन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
सातवां वेतन और शिक्षकों के वेतन बढ़ाने पर काम- अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने पर सातवां वेतन आयोग लागू किया जाएगा. शाह ने कहा कि बंगाल में शिक्षकों का वेतन काफी कम है. ऐसे में हमारी सरकार बनते ही एक कमीशन बनाई जाएगी और शिक्षकों का वेतन बढ़ाया जाएगा.
अमित शाह ने आगे कहा कि अटल जी ने ही अलग आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया था. मोदी जी ने आने के बाद जो सबसे बड़ा काम किया डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड की रचना करके. मगर यहां डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड कटमनी की भेंट चढ़ जाता है. उन्होंने कहा कि जो सरकार तुष्टिकरण करती है, वो सरकार नहीं चाहिए. बंगाल में दुर्गा पूजा करनी है, तो कोर्ट में जाना पड़ता है। आदिवासियों के वन भूमि के अधिकार नरेन्द्र मोदी जी देना चाहते हैं, लेकिन टीएमसी के गुंडे इसके लिए भी भ्रष्टाचार कर रहे हैं.
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Posted By : Avinish kumar mishra