बंगाल चुनाव २०२१ में नंदीग्राम के बाद अब सिंगूर में चुनावी महासंग्राम शुरू हो गया है. हुगली जिले के सिंगूर सीट पर चौथे चरण में 10 अप्रैल को मतदान है. मतदान से पहले सिंगूर में प्रचार अभियान तेज सो गया है. आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी कैंडिडेट के लिए रोड शो कर वोट मांगा है.
बंगाल की राजनीति में नंदीग्राम और सिंगूर सबसे चर्चित सीट क्षेत्र है. सिंगूर की आंदोलन से ही ममता बनर्जी ने तत्कालीन लेफ्ट फ्रंट की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था. ममता बनर्जी ने सिंगूर में किसान जमीन अधिग्रहण के खिलाफ अनशन शुरू की थी, जो करीब 25 दिनों तक चला था. यह अनशन राष्ट्रपति और पीएम के आश्वासन के बाद ममता ने खत्म किया था. सिंगूर आंदोलन टीएमसी को सत्ता में लाने का सबसे बड़ा जरिया बना था.
सिंगूर में सियासी सरगर्मी तेज – मतदान से पहले सिंगूर में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. यहांपर बीजेपी ने टीएमसी से आए विधायक रबींद्रनाथ भट्टाचार्य को टिकट दिया है, जबकि टीएमसी ने बेचाराम मन्ना को कैंडिडेट बनाया है. वहीं लेफ्ट की ओर से युवा और फायरब्रांड नेता श्रीजन भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाया है.
यहां भी बागी बढ़ा रहे हैं ममता की मुश्किलें – बताते चलें कि ममता बनर्जी की मुश्किलें नंदीग्राम की तरह यहां भी टीएमसी के ही बागी नेता बढ़ा रहे हैं. रबीन्द्रनाथ भट्टाचार्य तीन बार विधायक रह चुके हैं. इस बार पार्टी ने उन्हें उम्र का हवाला देकर टिकट देने से मना किया, जिसके बाद वे बीजेपी में चले गए.
अमित शाह का रोड शो – नंदीग्राम की तरह सिंगूर में भी चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां पर आज रोड शो किया है. अमित शाह क रोड शो के दौरान दावा किया है कि बीजेपी यहां से भी जीतेगी और ममता दीदी की हार होगी.
2019 के परिणाम को बरकरार रखने की कोशिश – बीजेपी की कोशिश है कि 2019 के लोकसभा चुनाव परिणाम को बरकरार रखा जाए. 2019 में यहां पर हुगली सांसद लॉकेट चटर्जी को 10 हजार वोटों की बढ़त हासिल हुई थी. वहीं 10 अप्रैल को चुनाव के दिन ही पीएम मोदी की भी नदिया में रैली है.
Posted By : Avinish kumar mishra