अमिताभ बच्चन को इस बात पर आया गुस्सा, ब्लॉग में लिखा- ‘मुझे पिताजी की कविताएं नहीं मिल रही…’
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर तसवीरें या उनसे जुड़ी यादें फैंस के साथ शेयर करते रहते हैं. अब उन्होंने अपने लेटेस्ट ब्लॉग में लिखा है कि उनके पिता के हाथ की लिखी कृतियां नहीं मिल रहीं. इस वजह से वो काफी नाराज है.
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) अपने पिता हरिवंश राय बच्चन को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर तसवीरें या उनसे जुड़ी यादें फैंस के साथ शेयर करते रहते हैं. अब उन्होंने अपने लेटेस्ट ब्लॉग में लिखा है कि उनके पिता के हाथ की लिखी कृतियां नहीं मिल रहीं. इस वजह से वो काफी नाराज है.
दरअसल, अमिताभ बच्चन के घर में रेनोवेशन का काम चल रहा है और इस दौरान हरिवंश राय बच्चन के हाथों से लिखी गई कविताओं का संग्रह कहीं गुम हो गया है. इस बारे में बिग बी ने अपने ब्लॉग में लिखा, मेरे पिता जी की ऑटोबायोग्राफी में कई ऐसी कविताएं हैं जो रेफरेंस हैं, लेकिन अब जब उन्हें ढूंढ़ रहा हूं तो उनके हाथ से लिखी ये कविताएं नहीं मिल रही हैं.’
आगे अपने ब्लॉग में लिखते है अमिताभ बच्चन, ‘बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा है, पिछले दिनों मैंने घर में कई बदलाव किए हैं. जिसके चलते अब मुझे पिताजी की कविताएं नहीं मिल रही हैं, ये सारी कविताएं उनकी ऑटोबायोग्राफी का ही हिस्सा हैं. मुझे बिलकुल भी पता नहीं था कि ये घटना मुझे इतना परेशान करेगी, ये एक लापरवाही है, आपने किसी चीज को कहीं रखा था, अब आप इस जगह जा रहे हैं तो वो चीज आपको मिल नहीं रही है.”
Also Read: प्रतीक्षा से जलसा तक, 5 आलीशान बंगलों के मालिक हैं अमिताभ बच्चन, INSIDE PHOTOS
वहीं, बिग बी ने हाल ही में मुंबई के अंधेरी में एक अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट अटलांटिस में एक आलीशान अपार्टमेंट खरीदा हैं. इस शानदार डुप्लेक्स अपार्टमेंट को अमिताभ बच्चन ने 31 करोड़ रुपए में खरीदी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्टर ने बीते साल दिसंबर 2020 में इसे खरीदा था और इसी अप्रैल 2021 में उसका रजिस्टर कराया गया है.
वर्कफ्रंट की बात करें तो अमिताभ बच्चन फिल्म चेहरे’ ‘ब्रह्मास्त्र’ और ‘मेयडे’ में नजर आएंगे. इसके अलावा बिग बी ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के सीजन 13 में भी दिखने वाले है. शो का रजिस्ट्रेशन खत्म हो चुका है और अब फैंस को शो के टेलीकास्ट होने का बेताबी से इंतजार है.