Amitabh Bachchan को सता रही है अंधेपन की चिंता, बोले – आंखें थक गई हैं…

Amitabh Bachchan : महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपनी धुंधली होती नजर पर चिंता जताई है. उनके इस खुलासे के बाद फैंस को उनकी सेहत की चिंता सताने लगी है.

By Budhmani Minj | April 11, 2020 12:45 PM
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महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपनी धुंधली होती नजर पर चिंता जताई है. उनके इस खुलासे के बाद फैंस को उनकी सेहत की चिंता सताने लगी है. अमिताभ बच्‍चन फिल्‍मों और सोशल मीडिया के अलावा अपने ब्‍लॉग को लेकर भी खासा सुर्खियों में रहते हैं. अपने हालिया ब्‍लॉग में महानायक ने अपनी आंखों की रोशनी को लेकर चिंता जताई है. उन्‍होंने लिखा है कि उन्‍हें इस बात का डर सता रहा है कि वो अंधे हो सकते हैं.

अमिताभ बच्‍चन ने लिखा,’ आंखों को वे धुंधली छवियां दिखाई देती हैं .. आंखें दो चीजें देख रही हैं… कुछ दिनों से मुझे लगा रहा है अंधापन अपने रास्ते पर है, पहले से शरीर में इतनी दिक्‍कतों के बाद एक और परेशानी शुरू होनेवाली है.’ हालांकि डॉक्‍टर ने उन्‍हें भरोसा दिलाया है कि वह अंधे नहीं होनेवाले हैं. यह ज्‍यादा स्‍क्रीन देखने की वजह से हो रहा है, उनकी आंखों पर इसका गहर असर पड़ रहा है.

उन्‍होंने मां को याद करते हुए लिखा,’ लेकिन फिर …आज …उन शुरुआती वर्षों की याद आ रही है जब मां साड़ी का किनारा लेती थी, ‘पल्लू’, और इसका एक छोटा सा गोला बनाती थीं और इसपर फूंक मारती थीं. इसमें गर्माहट लाकर आंखों के ऊपर रख देती थीं. आंखें ठीक हो जाती थीं…’

उन्‍होंने लिखा,’ उसके बाद .. मैंने गर्म पानी से भिगा एक तौलिया आंखों पर रखा… डॉक्टर से बात की और हर घंटे आंखों में दवा डालने के उनके निर्देश का पालन किया .. मुझे आश्वस्त किया कि मैं अंधा नहीं जा रहा था… कंप्यूटर के सामने ज्यादा समय व्यतीत हो रहा है .. आँखें थक गई हैं…’

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बीते दिनों अमिताभ बच्चन ने 1 लाख दिहाड़ी मजदूरों की मदद का ऐलान किया था. उन्होंने ऑल इंडिया फिल्म एंप्लॉइज कन्फेडरेशन से जुड़े एक लाख दिहाड़ी मजदूरों के परिवार की मदद के लिए मासिक राशन मुहैया कराने का संकल्प व्यक्त किया है.

इस पहल के जरिये देश के लाख दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को एक महीने तक राशन मुहैया कराया जाएगा. इस पहल के तहत कुछ किराने की दुकानों और सुपर मार्केटों से हाथ मिलाया गया है, जिनके माध्यम से वे कर्मचारियों तक राशन की व्यवस्था करेंगे. उन किराने की दुकानों से या सुपरमार्केट्स से सामान खरीदने के लिए कर्मचारियों को एक डिजिटल बारकोड कूपन किया जाएगा, जो उनके राशन प्राप्त करने में पैसे का काम करेगा. इसके अलावा जरूरतमंदों को कुछ पैसे भी मुहैया कराए जाने की योजना है.

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