बॉलीवुड ने पिछले महीने सिर्फ 1 दिन के अंतराल में दो दिग्गज अभिनेताओं को खो दिया. 29 अप्रैल को इरफान खान (Irrfan Khan) इस दुनिया को छोड़ गए और फिर 30 अप्रैल को अभिनेता ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) के निधन ने सभी को सदमा दे दिया. अभी भी फैंस का इस बात को मानना मुश्किल हो रहा है कि उनके चहेते अभिनेता अब इस दुनिया में नहीं रहे. वहीं महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) इस सदमे से खुद को निकाल नहीं पा रहे हैं.
हाल ही में महानायक ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की है. इस कोलाज फोटो में वह दोनों दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर और इरफान खान के साथ नजर आ रहे हैं. अमिताभ बच्चन ने इन तसवीरों के साथ एक बेहद भावुक पोस्ट भी लिखा है.
इस कोलाज में वह अलग-अलग अंदाज में इरफान खान और ऋषि कपूर के साथ नजर आ रहे हैं. उन्होंने कैप्शन में लिखा- ‘एक सीनियर सेलेब्रिटी की मौत और एक यंग सेलेब्रिटी की मौत… पूर्व की तुलना में बाद के लिए दुख बहुत तीव्र हो जाता है… क्यों? यंग सेलेब्रिटी की मौत ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा क्यों है कि किसी यंग को खोना सीनियर को खोने से ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है. क्योंकि बाद में आप अवसर की हानि होने के बाद दुख जताते हैं, अवास्तविक संभावनाओं का.’
उनके इस पोस्ट पर फैंस लगातार कमेंट कर रहे हैं और दोनों अभिनेताओं को खोने का दुख प्रकट कर रहे हैं.
अमिताभ बच्चन ने इससे पहले ऋषि कपूर से मिलने के अपने पहले अनुभव के बारे में यादों को साझा करते हुए लिखा था, एक बार राज कपूर साहब ने मुझे मुंबई के चेंबूर देवनार में शाम को मिलने बुलाया था. वहीं पर उन्होंने पहली बार ऋषि को देखा था. तब वो चिंटू बच्चे की तरह थे. उनकी चाल-ढाल और चलने का तरीका एकदम अलग था. बाद में वे कई बार आरके स्टूडियोज में दिखते थे. उन्हें बॉबी के लिए तैयार किया जा रहा था. वो बहुत बेखौफ चलते थे. कई बार तो उनका अंदाज एकदम फिल्म जगत के महान अभिनेता पृथ्वीराज कपूर से मिलता-जुलता था.
Also Read: अजीब इत्तफाक : 24 घंटे में बॉलीवुड ने दो बड़े सितारों को खोयाअमिताभ ने अपने ब्लॉग में आगे लिखा था, ‘हमने कई फिल्मों में एक साथ काम किया है. विश्वास मानिए जब वो कुछ कहते थे आपके पास उनकी बातों को मानने के सिवाय औरि कोई विकल्प नहीं होता था. वो एकदम जेनुइन पर्सन थे. वो जितना बेहद गानों पर लिप-सिंक करते थे शायद ही कोई दूसरा कर सके. फिर फिल्म के सेट पर वो अक्सर हम सभी को हंसाते रहते थे. केवल सेट पर ही नहीं अलग-अलग इवेंट्स पर भी अगर वो वहां मौजूद रहते थे महौल खुशनुमा बना रहता था.