Happy Birthday Amitabh Bachchan: अमिताभ बच्चन संस्कार से भरी शख्सीयत भी हैं. भारतीय संस्कृत और जीवन मूल्यों के प्रति उनका अनुराग कई बार सामने आया है. कहा जाता है कि बिग बी अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से बहुत प्रेम करते थे. उतना ही सम्मान भी देते थे. शूटिंग से घर लौटने के बाद वह ‘बाबूजी’ को व्हील चेयर पर थोड़ी देर घुमाये बगैर सोने नहीं जाते थे.
बहुगुणा के गढ़ में लड़ा था लोकसभा चुनाव
अमिताभ बच्चन के संस्कारों के लोग उस वक्त कायल हो गये थे, जब राजीव गांधी के कहने पर बिग बी ने 1984 में राजनीति में कदम रखा था. उन्हें कांग्रेस पार्टी ने इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतारा था. अमिताभ बच्चन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा चुनाव लड़ रहे थे. इलाहाबाद को बहुगुणा का गढ़ माना जात था.
बहुगुणा और उनके समर्थक उड़ाते थे अमिताभ का मजाक
उस वक्त के राजनीतिक पंडितों का भी मानना था कि इलाहाबाद में हेमवती नंदन बहुगुणा को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. बहुगुणा अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त थे. वह यह मान बैठे थे कि फिल्मी दुनिया छोड़कर राजनीति के मैदान में आया कोई नौसिखिया उन्हें हरा ही नहीं सकता. इलाहाबाद के कद्दावर नेता बहुगुणा और उनके समर्थक अमिताभ बच्चन का मजाक उड़ाते थे. उन्हें नचनिया कहकर संबोधित करते थे.
हेमवती नंदन बहुगुणा को उनके गढ़ में अमिताभ ने किया पराजित
अमिताभ बच्चन ने इसकी कभी इस बात की परवाह नहीं की कि बहुगुणा और उनके समर्थक उन्हें क्या कहते हैं. अपने काम में जुटे रहे. उन्होंने शिद्दत के साथ चुनाव प्रचार किया. अपने स्टारडम का उन्हें खूब फायदा चुनाव में मिला. कांग्रेस समर्थकों का भी उन्हें भरपूर समर्थन मिला. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जी-जान से उनके लिए प्रचार किया. 1984 के लोकसभा चुनाव के दौरान अमिताभ बच्चन का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा था. बेमिसाल बच्चन ने इस चुनाव में दिग्गज राजनीतिज्ञ हेमवती नंदन बहुगुणा को करीब पौने दो लाख वोटों के अंतर से पराजित करके बड़ा राजनीतिक उलटफेर कर दिया.
संस्कारों से भरे, हाजिर जवाब अमिताभ बच्चन
इसके पहले चुनाव प्रचार के दौरान एक वाकया हुआ था. समर्थकों के साथ प्रचार अभियान पर निकले हेमवती नंदन बहुगुणा और अमिताभ बच्चन का एक जगह पर आमना-सामना हो गया. अमिताभ लपककर बहुगुणा की ओर बढ़े और उनके चरण स्पर्श किये. बहुगुणा कुछ समझ नहीं पाये. उन्होंने अमिताभ बच्चन को उठाया. पूछा- क्या आशीर्वाद चाहते हो. अमिताभ ने तपाक से कहा- मुझे जीत का आशीर्वाद दीजिए. बहुगुणा उस वक्त निरुत्तर हो गये थे. तो ऐसे हैं बिग बी. संस्कारों से भरे. हाजिर जवाब.
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