मुंबई : मशहूर फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर के निधन पर बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने भावुक पत्र लिखा है. इस पत्र में अमिताभ ने ऋषि कपूर के साथ पहली बार मुलाकात से लेकर उनसे आखिरी बार बातचीत का जिक्र किया है. अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि ऋषि कपूर एक जिंदादिल इंसान थे और वे ये जिंदादिली अपने पिता राज कपूर से सीखे थे.
अमिताभ बच्चन ने ऋषि कपूर से मिलने के अपने पहले अनुभव के बारे में यादों को साझा करते हुए लिखा, एक बार राज कपूर साहब ने मुझे मुंबई के चेंबूर देवनार में शाम को मिलने बुलाया था. वहीं पर उन्होंने पहली बार ऋषि को देखा था. तब वो चिंटू बच्चे की तरह थे. उनकी चाल-ढाल और चलने का तरीका एकदम अलग था. बाद में वे कई बार आरके स्टूडियोज में दिखते थे. उन्हें बॉबी के लिए तैयार किया जा रहा था. वो बहुत बेखौफ चलते थे. कई बार तो उनका अंदाज एकदम फिल्म जगत के महान अभिनेता पृथ्वीराज कपूर से मिलता-जुलता था.
अमिताभ ने अपने ब्लॉग में आगे लिखा, ‘हमने कई फिल्मों में एक साथ काम किया है. विश्वास मानिए जब वो कुछ कहते थे आपके पास उनकी बातों को मानने के सिवाय औरि कोई विकल्प नहीं होता था. वो एकदम जेनुइन पर्सन थे. वो जितना बेहद गानों पर लिप-सिंक करते थे शायद ही कोई दूसरा कर सके. फिर फिल्म के सेट पर वो अक्सर हम सभी को हंसाते रहते थे. केवल सेट पर ही नहीं अलग-अलग इवेंट्स पर भी अगर वो वहां मौजूद रहते थे महौल खुशनुमा बना रहता था.
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उन्होंने लिखा, हमने कई फिल्मों में साथ काम किया. वह सेट पर हमेशा हंसी मजाक करते रहते थे. वह पास में रहे तो कभी कोई भारी पल आया ही नहीं. शूटग के बीच में टाइम मिले तो वह कार्ड्स या कोई बोर्ड गेम लेकर बैठ जाते थे. वह जिंदगी जीना जानते थे जो गुर उन्होंने अपने पिता शो मैन राज कपूर जी से सीखा था.
अंतिम विदाई में नहीं हो सके शरीक– अमिताभ बच्चन ऋषि कपूर के अंतिम विदाई में शामिल नहीं हुए. कपूर के अंतिम विदाई में उनके पुत्र अभिषेक सहित बॉलीवुड के कुछ लोग ही शामिल हुए. यहां तक की उनकी बेटी रिद्धिमा भी शामिल नहीं हो सकी.