Amla/Akshaya Navami 2020 : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी के रूप में मनाया जाता है. इस साल सोमवार यानी (2 नवंबर 2022) को आंवला नवमी मनाया व्रत रखा जा रहा. इसे अक्षय नवमी भी कहा जाता है. इस दिन महिलाएं पूरे विधि- विधान से आंवला नवमी का व्रत करती हैं. मान्यता है कि इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. शास्त्रों के अनुसार लक्ष्मी मां की कृपी के लिए आज कुछ उपाय करने से माता प्रसन्ना रहती है और उनकी झोली भर देती है. आइए जानते है अक्षय नवमी के दिन क्या और कैसे करें-
आंवला नवमी के दिन आंवले का पेड़ लगाना अति लाभकारी माना गया है. आंवले के पौधे को मंदिर या किसी पार्क में लगाना और उसकी सेवा करना शुभ होता है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अगर ऐसा करना संभव न हो तो आंवले के पेड़ की पूजा कर सकते हैं.
Also Read: तिरुपति बालाजी में आज से दर्शन टोकन जारी, चेक करें Free और VIP टोकन के डिटेल
मान्यता है कि आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे भोजन करने से जीवन में सुख-शांति और संपन्नता आती है. ऐसा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मान्यता है कि आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. इस दिन भगवान विष्णु ने कुष्माण्डक दैत्य को मार गिराया था. इसके अलावा अक्षय नवमी का संबंध श्रीकृष्ण द्वारा कंस वध करने से भी है.
ऐसा कहते हैं कि आंवले के बीजों को हरे कपड़े में बांधकर अपने पास रखने से आर्थिक लाभ होता है. इस पोटली को आप तिजोरी या धन के स्थान पर भी रख सकते हैं. अगर आप व्यापारी हैं तो आंवले के बीजों की बंधी पोटली अपने गल्ले में रख सकते हैं. ऐसा करने से आपको कभी व्यापार में नुकसान नहीं होगा.
आंवला नवमी पर किया गया दान, ब्राह्मणों को भोजन से धन-संपदा, सुख-शांति में बढ़ोत्तरी होती है. इस दिन नई चीजों की खरीदारी शुभ है. विशेषकर सोना-चांदी आभूषण, जमीन आदि खरीदने से भौतिक चीजों में वृद्धि होती है. इस दिन हर व्यक्ति को आंवला जरूर खाना चाहिए.