हजारीबाग के प्रीमियम आइस फैक्ट्री से अब भी हो रहा है अमोनियम नाइट्रेट गैस का रिसाव

Blast in Ice Factory of Hazaribagh, ammonium nitrate still leaking from hazaribagh primium ice factory. झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) से लगभग 90 किलोमीटर दूर स्थित हजारीबाग (Hazaribagh) के जिस आइस फैक्ट्री (Ice Factory) में विस्फोट (Blast) ने एक महिला की जान ले ली और दर्जनों लोगों को बीमार कर दिया, उस फैक्ट्री से अब भी जहरीली गैस अमोनियम नाइट्रेट (Ammonium Nitrate Gas) का रिसाव हो रहा है. हादसे से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

By Mithilesh Jha | March 13, 2020 11:35 AM
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सलाहुद्दीन

हजारीबाग : झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 90 किलोमीटर दूर स्थित हजारीबाग के जिस आइस फैक्ट्री में विस्फोट ने एक महिला की जान ले ली और दर्जनों लोगों को बीमार कर दिया, उस फैक्ट्री से अब भी जहरीली गैस अमोनियम नाइट्रेट का रिसाव हो रहा है. हादसे से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

हर स्तर पर मामले की जांच की बात कही जा रही है, लेकिन प्रदूषण विभाग की भारी लापरवाही भी सामने आयी है. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री से अब भी गैस का रिसाव जारी है, लेकिन प्रदूषण विभाग ने गैस का रिसाव बंद करवाये बगैर फैक्ट्री को सील कर दिया.

हजारीबाग के उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा है कि फैक्ट्री को लाइसेंस देने की प्रक्रिया के अलावा फैक्ट्री का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों की भी जांच करायी जायेगी. यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही बरती गयी होगी, तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.

अमोनियम नाइट्रेट गैस के रिसाव से प्रभावित सभी चार मुहल्लों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिये गये हैं. जिला पुलिस बल के जवान सभी इलाकों में तैनात कर दिये गये हैं. जहां भी किसी को इस गैस की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्या आ रही है, उसे अस्पताल पहुंचाने के इंतजाम किये जा रहे हैं. बड़ा बाजार थाना के प्रभारी एसके सिंह खुद सभी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रहे हैं.

प्रदूषण विभाग के निदेशक पर लापरवाही का आरोप

प्रदूषण विभाग के निदेशक अशोक कुमार यादव पर इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि फैक्ट्री से अब भी जहरीली गैस का रिसाव हो रहा है. गैस का रिसाव बंद कराये गये फैक्ट्री को सील कर दिया गया है. इससे लोगों की जान को खतरा है.

पूरे इलाके में अमोनियम नाइट्रेट गैस के गंध से लोग परेशान हैं. इस जहरीली गैस की वजह से फैक्ट्री के आसपास मौजूद करीब दो दर्जन कबूतर की मौत हो गयी. सड़क पर कबूतरों के शव यूं ही पड़े हैं. इन्हें हटाने का इंतजाम अब तक नहीं किया गया है.

रात 9-10 बजे के बीच हुआ रिसाव

जहरीली गैस के रिसाव से एक महिला की मौत हो गयी. उसकी पहचान स्व. सुरेंद्र राम की पत्नी कंचन देवी (58) के रूप में हुई है. गैस रिसाव की वजह से अब तक कुल 46 लोगों के पीड़ित होने की सूचना है. इनमें 28 लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.

सदर अस्पताल में भर्ती कराये गये लोगों में 12 पुरुष, 12 महिला और 4 बच्चे हैं. 6 लोगों की स्थिति गंभीर हो गयी थी. इन सबको राजधानी रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) रेफर कर दिया गया है. 12 लोग हजारीबाग के बाहर निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं. कंचन देवी का पोस्टमार्टम चल रहा है.

शहर के बड़ा बाजार मल्लाह टोली स्थित आइस फैक्टरी में गुरुवार (12 मार्च, 2020) की रात करीब 9:20 बजे अचानक विस्फोट हुआ. इससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. घनी आबादी के बीच अचानक अमोनियम नाइट्रेट से भरे टैंक में विस्फोट के बाद पूरे इलाके में जहरीली गैस फैल गयी. लोगों का दम घुटने लगा.

लोग आनन-फानन में घरों से निकल कर इधर-उधर भागने लगे. महल्लाह टोली में हुई इस घटना का असर डेढ़ किमी दूर ग्वालटोली चौक तक पड़ा. अचानक रात में लोग अपने घरों के दरवाजे खुले छोड़कर बच्चों को लेकर बदहवास सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे.

घटना की खबर मिलते ही प्रशासन भी हाइ अलर्ट पर आ गया. इस दौरान लोग बेहोश होने लगे. लोगों को एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर निकलने का आग्रह भी किया. शहर के मल्लाह टोली और ग्वालटोली, एकपटिया मुहल्ला के लोग करीब दो किमी दूर खुले स्थान पर मधुवन धर्मशाला मैदान में पहुंचे और वहां शरण ली.

प्रीमियम आइस फैक्ट्री में हुआ धमाका

जिस फैक्टरी में विस्फोट हुआ है, उसका नाम प्रीमियम आइस फैक्ट्री है. इसके संचालक उमाशंकर प्रसाद हैं. जिस स्थान पर घटना हुई, उसके आसपास करीब 10 हजार की आबादी बसती है. घटना के करीब 15 मिनट के भीतर ही 35 लोग बेहोश हो चुके थे, जिन्हें तुरंत आसपास के अस्पतालों में ले जाया गया. अमोनियम नाइट्रेट के गंध के कारण राहत कार्य में भी परेशान हुई.

जानलेवा है जहरीली गैस अमोनियम नाइट्रेट

हजारीबाग के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अनवर एकराम ने कहा कि अमोनियम नाइट्रेट से सांस लेने में परेशानी होती है. यदि अधिक मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट शरीर के अंदर चला जाये, तो इंसान की जान भी जा सकती है. यह जहरीली गैस है.

सभी डॉक्टरों को बुलाया गया

हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि रात करीब 10:30 बजे तक 13 मरीज पहुंच चुके थे. देर रात तक यहां मरीज आते रहे. ट्रॉमा सेंटर में सभी लोगों का इलाज किया गया. इनकी चिकित्सा के लिए आठ सदस्यीय टीम को तैनात किया गया था. सदर अस्पताल के सभी डॉक्टरों को तुरंत अस्पताल बुला लिया गया था. इसलिए समय रहते स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया.

सदर अस्पताल पहुंचे घायलों के नाम : किरण देवी, नेहा कुमारी, रतन देवी, अदिति कुमारी, चंदन सिंह, सौरभ, साहिल खान व अन्य.

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